फिरोजाबाद: जनपद के मेडिकल कॉलेज के सौ शैया अस्पताल में बच्चा बदलने का मामला एक बार फिर सुर्खियों में है. कोर्ट के आदेश पर एक डॉक्टर समेत आठ कर्मचारियों के खिलाफ बच्चा बदलने का केस दर्ज हुआ है. सितंबर के महीने में यहां एक महिला को डिलीवरी के लिए लाया गया था. आरोप है कि अस्पताल कर्मचारियों ने पहले परिजनों को बेटा होने की जानकारी दी और रजिस्टर में भी बेटा दर्ज किया. लेकिन, बाद में उसे न केवल बदलकर बेटी बना दिया बल्कि शिकायत करने पर उनके साथ मारपीट भी की.
मुख्य न्यायायिक दंडाधिकारी के आदेश पर दर्ज हुए केस के अनुसार लाइनपार थाना क्षेत्र के गांव ठार बालक राम गुदाऊ निवासी मोहित की पत्नी काजल को प्रसव पीड़ा हुयी थी. उसे 19 सितंबर 2024 को मेडिकल कॉलेज परिसर 100 शैया अस्पताल में भर्ती कराया गया था.परिजनों ने कोर्ट को बताया, कि उसी दिन काजल की नॉर्मल डिलीवरी भी हुई. आरोप है कि अस्पताल के स्टाफ ने परिजनों को बताया था कि बेटा पैदा हुआ था. जब काजल को वार्ड में शिफ्ट किया गया तो बेटी थी.
इस मामले की शिकायत मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों से की गई, तो उन्होंने परिजनों के साथ मारपीट की और उल्टा केस भी दर्ज करा दिया. जबकि पीड़ित का मुकदमा दर्ज नहीं किया गया. इसके बाद पीड़ित पक्ष ने कोर्ट की शरण ली.
इस मामले में पीड़ित के अधिवक्ता अवधेश कुमार यादव ने बताया कि सीजेएम ने केस की सुनवाई करते हुए डॉ. कृष्णा, अंशल जैन, अटल पांडेय, अजय प्रताप सिंह एवं अन्य पांच लोगों के खिलाफ बच्चा बदलने, मारपीट की धाराओं में केस दर्ज करने के आदेश दिए थे. पुलिस ने 2 जनवरी को केस दर्ज कर लिया है. इंस्पेक्टर उत्तर राजेश पांडेय ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है.