पटनाः इसबार लोकसभा चुनाव में भोजपुरी कलाकार हॉट केक बने हुए हैं. राजनीतिक दलों को भोजपुरी कलाकारों का स्टारडम खूब भा रहा है. भारतीय जनता पार्टी ने मनोज तिवारी, निरहुआ और रवि किशन पर दाव लगाया जो सफल रहा. अब पवन सिंह पर भी आसनसोल सीट से दाव लगाया लेकिन पवन सिंह ने चुनाव लड़ने से मना कर दिया है. इसके बाद भोजपुरी अभिनेत्री अक्षरा सिंह का नाम सामने आ रहा है. भोजपुरी इंडस्ट्री में दोनों एक्टर-एक्ट्रेस के बीच 36 का आंकड़ा है.
अब तक नहीं हो पाया फैसलाः भारतीय जनता पार्टी ने आसनसोल से भोजपुरी के पावर स्टार पवन सिंह को मैदान में उतारा था. उम्मीदवारी की घोषणा के बाद पवन सिंह ने जश्न भी मनाया और शीर्ष नेतृत्व को इसके लिए धन्यवाद भी दिया लेकिन कुछ ही घंटों के बाद पवन सिंह ने आसनसोल सीट से चुनाव लड़ने के लिए मना कर दिया. इसके बाद पवन सिंह ने BJP राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की है लेकिन इस बारे में में कुछ स्पष्ट नहीं किया है.
इसलिए आसनसोल का मिला था टिकट: बता दें कि पवन सिंह 2014 में ही भाजपा की सदस्यता ली थी. वे आरा से चुनाव लड़ना चाहते थे. इसको लेकर पवन सिंह कई बार घोषणा भी कर चुके थे. आरा के वर्तमान सांसद आरके सिंह ने इसको लेकर बयान भी दिया था कि पवन सिंह नहीं बल्कि वे आरा से चुनाव लड़ेंगे. एक सीट पर विवाद को देखते हुए भाजपा ने पवन सिंह को बंगाल के आसनसोल सीट से टिकट दिया लेकिन पवन सिंह को आसनसोल रास नहीं आयी.
जन सुराज से जुड़ी हैं अक्षरा सिंहः इसी बीच चर्चा हो रही है कि आसनसोल से अक्षरा सिंह चुनाव लड़ सकती है. हालांकि इसकी पुष्टि अक्षरा सिंह ने नहीं की है. ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए अक्षरा सिंह के पिता ने कहा कि अगर मौका मिलता है तो अक्षरा सिंह चुनाव लड़ सकती है लेकिन भाजपा की ओर से ऐसी कोई बात नहीं हुई है. बता दें कि अक्षरा सिंह प्रशांत किशोर के जन सुराज के साथ जुड़ चुकी है. ऐसे में यह भी चर्चा है कि जन सुराज से चुनाव लड़ सकती है.
'भाजपा को विवाद का नहीं था अंदाजा': भोजपुरी इंडस्ट्री में पवन सिंह और अक्षरा सिंह के बीच अच्छे रिश्ते थे लेकिन आपसी कारणों से दोनों से बीच 36 का आंकड़ा है. ऐसे में एक ही सीट पर पवन सिंह के बाद अक्षरा सिंह का नाम आना एक बड़ा विवाद बन सकता है. विशेषज्ञ का मानना है कि भाजपा को इस बात का अंदाजा नहीं था कि पवन सिंह को लेकर समस्या उत्पन्न हो जाएगी. भाजपा को लगा कि इससे अन्य सीटों पर खतरा बढ़ सकती है इसलिए उनसे टिकट वापस ले लिया गया.
"पवन सिंह को पीछे हटने के लिए कहा गया है. उनके गानों को लेकर विवाद खड़ा हुआ था. जिस वजह से पार्टी निश्चित को छोड़कर अनिश्चित की ओर जाना नहीं चाहती थी. क्योंकि उनके गानों को लेकर बंगाल की महिलाओं में आक्रोश है. अक्षरा सिंह का नाम भी सुर्खियों में है. देखना होगा कि भाजपा किसके नाम पर दाव लगती है."-रवि उपाध्याय, वरीष्ठ पत्रकार
'जल्द हो सकता है फैसला': आसनसोल से उम्मीदवारी को लेकर फिलहाल संशय की स्थिति बनी हुई है. भाजपा प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने कहा है कि पवन सिंह की मुलाकात राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जी से हुई है. इसको लेकर जल्द समाधान निकल जाएगा. केंद्रीय नेतृत्व के स्तर पर जल्द ही फैसला ले लिया जाएगा. हालांकि पवन सिंह और जेपी नड्डा के बीच क्या बात हुई इसकी जानकारी प्रेम रंजन पटेल को भी नहीं है.