बक्सर:बिहार की बक्सर सीट पर सातवें चरण में 1 जून को वोट डाले जाएंगे. लेकिन इस बार बक्सर की लड़ाई दिलचस्प होती जा रही है. बीजेपी ने बक्सर सीट से सिटिंग सांसद अश्विनी चौबे का टिकट काट कर उनके ही शिष्य मिथिलेश तिवारी को मैदान में उतारा है. इधर अश्विनी चौबे ने अपने कार्यकर्ताओं से कहा है कि अभी नामांकन बाकी है, इतंजार कीजिए, बहुत कुछ होने वाला है.
क्या नाराज हैं अश्विनी चौबे? : जानकारी के मुताबिक यह वीडियो 8 अप्रैल का बताया जाता है. वीडियो में अश्विनी चौबे अपने कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करते नजर आ रहे है. इस दौरान उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं से अपील की और कहा कि, ''पार्टी ने क्या समझा, नहीं समझा मुझे नहीं मालूम. लेकिन हां, कुछ षडयंत्रकारी थे, चुनाव के बाद वो नंगे होंगे. अभी नामांकन बाकी है. बहुत कुछ होने वाला है. चिंता मत करो मेरे कार्यकर्ता मित्रों.. चिंता मत करो. कुछ भी होगा मंगलमय होगा. मैं ही रहूंगा, बक्सर में मैं ही रहूंगा.''
'हम तो टिकट बांटने वालों में थे' - चौबे : इससे पहले अश्विनी चौबे ने 8 अप्रैल से मीडिया से बात की थी. इस दौरान उन्होंने कहा था कि मैंने किसी के सामने हाथ नहीं फैलाया. उन्होंने कहा था कि मैं फकीर हूं, मैंने आज तक अपने लिए कुछ भी नहीं मांगा. आज तक पार्टी ने मुझे बहुत सम्मान दिया. जहां तक टिकट का सवाल हैं, मैं तो टिकट बांटने वालों में से था. मेरा टिकट नहीं कटा, बल्कि पार्टी ने मुझे सम्मान दिया है.
'मेरा टिकट क्यों काटा, कोई तो बताओ' : हालांकि उन्होंने इतना जरूर कहा कि पार्टी से मेरी कोई नाराजगी नहीं है. लेकिन मैं 15 दिनों बाद आज मैं अपना मुंह खोल रहा हूं. मैं सिर्फ यह समझ नहीं पाया कि मेरा टिकट क्यों काटा गया. मैं तो फकीर हूं, पार्टी मेरी मां है, मैं पार्टी की सेवा करता रहूंगा. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी मुझ पर भरोसा करते हैं.
BJP ने चलाई कैंची, कई सांसदों का पत्ता साफ : 24 मार्च को बीजेपी ने बिहार की 17 लोकसभा सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा की थी. लिस्ट में सिटिंग सांसद अश्विनी चौबे समेत कई का टिकट कट गया था. जिसमें मुजफ्फरपुर से अजय निषाद, सासाराम से छेदी पासवान, शिवहर सीट से रमा देवी का नाम भी शामिल था. यह सीट इस बार जेडीयू के खाते में चली गई है.