जींद: रविवार को हरियाणा के जींद जिले में आम आदमी पार्टी ने रैली का आयोजन किया. जींद के एकलव्य स्टेडियम में बदलाव रैली को संबोधित करते हुए आम आदमी पार्टी संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने दावा किया कि रैली को संबोधित करते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दावा किया वो लोकसभा चुनाव इंडिया गठबंधन के तहत लड़ेंगे. जबकि हरियाणा विधानसभा की सभी 90 सीटों पर आम आदमी पार्टी अकेले चुनाव लड़ेगी.
केजरीवाल ने दावा किया कि हरियाणा में सबसे बडा संगठन आम आदमी पार्टी का है. सूबे में बीजेपी-जेजेपी और कांग्रेस के पास भी इतना बड़ा संगठन नहीं है. उन्होंने कहा कि हर गांव के अंदर 15 से 20 लोगों की कमेटी तैयार की गई है. पूरे हरियाणा के अंदर लगभग सवा लाख पदाधिकारी बन गए हैं. ये सब 6 महीने में हुआ है. दिल्ली के सीएम ने कहा कि हरियाणा में लोग सभी पार्टियों से दुखी हैं, क्योंकि सभी पार्टियों ने अपना घर भरा है.
बीजेपी पर निशाना साधते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जब से मैं राजनीति में आया हूं, तब से बीजेपी वाले मेरे पीछे पड़े हैं. उन्होंने दावा किया कि मैं हरियाणा का हूं और हरियाणा के बेटे को डराने की कोशिश ना करें. केजरीवाल ने कहा कि आज लोगों को आम आदमी पार्टी पर भरोसा है. उन्होंने कहा कि हरियाणा के एक तरफ पंजाब और दूसरी तरफ दिल्ली है. दोनों प्रदेश की जनता खुश है. अब सारा हरियाणा बदलाव मांग रहा है.
उन्होंने कहा कि दिल्ली वालों ने बदलाव कर दिया, पंजाब ने बदलाव कर दिया. अब हरियाणा की बारी है. उन्होंने स्टेज पर बिजली के एक लाख बिल रखे और कहा कि दिल्ली में लोगों की बिजली मुफ्त है. हरियाणा के लोग भी अपने बिजली बिल जीरो कर लो. ऐसा कोई पार्टी नहीं कर सकती. केवल आम आदमी पार्टी कर सकती है. केजरीवाल ने कहा कि पंजाब में चुनाव के दौरान युवा उनसे मिलते थे, तो नौकरी के लिए कहते थे. पंजाब में आम आदमी की सरकार बने दो साल हुए हैं और 44 हजार से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी दी गई है.
उन्होंने कहा कि खट्टर सरकार के पास युवा रोजगार के लिए गए तो उन्हें नौकरी के लिए इजरायल भेजा जा रहा है. इजरायल में युद्ध चल रहा है. बम फट रहे हैं और बच्चों को मरने के लिए सरकार वहां भेज रही है. केजरीवाल ने हरियाणा के सीएम पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर आप युवाओं को नौकरी नहीं दे सकते, तो सीएम की कुर्सी छोड़ दो. दिल्ली के सीएम ने कहा कि आप पार्टी को नौकरी देनी आती है. इसलिए बच्चों को इजरायल मत भेजो. जो लोग नौकरी नहीं दे सकते, उन्हें सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाओ.