भिवानी: अमेरिकी बॉक्सर जेक पॉल की माइक टायसन पर एकतरफा जीत के बाद मुक्केबाज विजेंद्र सिंह ने दुनिया के सबसे खतरनाक मुक्केबाजों में से एक फ्लॉयड मेवेदर को कड़ी चुनौती दी है. 2008 ओलिंपिक ब्रांज मेडलिस्ट हरियाणवी बॉक्सर विजेंद्र सिंह ने सोशल मीडिया (एक्स) पर पोस्ट करते हुए लिखा "आइए भारत में फ्लॉयड मेवेदर के साथ लड़ाई करें". इस बारे में जब विजेंद्र सिंह से बात की तो उन्होंने इस बात को सही करार दिया और कहा कि वे सामने आएं तो सही, उनसे जमकर मुकाबला होगा.
"मेवेदर मुझसे कहीं भी भिड़ लें" : बॉक्सर विजेंद्र सिंह ने कहा कि मेवेदर चाहें तो भारत आकर उनसे मुकाबला कर सकते हैं. अन्यथा मेवेदर जहां चाहे, वे उनसे टक्कर लेने को तैयार है. विजेंद्र सिंह चाहते हैं कि जिस प्रकार जेक पॉल ने माइक टायसन पर एकतरफा जीत हासिल की है, वैसे ही जीत वे फ्लॉयड मेवेदर पर हासिल करेंगे.
Let’s do a fight with @FloydMayweather
— Vijender Singh (@boxervijender) November 16, 2024
In INDIA 🇮🇳👊🏽
2023 में जीत चुके जंगल रंबल का मुकाबला : दूसरी ओर उनके ट्विट में कब और कहां लड़ेंगे, इसके बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है, लेकिन विजेंद्र सिंह ने कहा कि उन्होंने मेवेदर को भारत आने को कहा है. अगर वे यहां नहीं आते हैं तो उनसे मुकाबला करने के लिए वो कहीं भी जा सकते हैं. मेवेदर उनके घूसों के सामने टिक नहीं पाएगा. इससे पहले 2023 में बॉक्सर विजेंद्र सिंह ने देश में ही जंगल रंबल प्रो बॉक्सिंग मुकाबले में घाना के एलियासु सुले को नॉकआउट से हराया था.
19 साल बाद रिंग में उतरे थे टायसन : दूसरी ओर देखा जाए तो दुनिया के ऑल टाइम ग्रेट मुक्केबाज माइक टायसन 19 साल बाद रिंग में उतरे थे. उनका मुकाबला टेक्सास के एटी एंड टी स्टेडियम में हुआ. टायसन 31 साल छोटे 27 साल के अमेरिकी बॉक्सर जेक पॉल से भिड़े. जेक ने यह मैच 78-74 से जीता था. इस मैच को करोड़ों लोगों ने एक साथ देखा है.
पहले कांग्रेस फिर भाजपा में शामिल : बॉक्सर विजेंद्र सिंह ने 2019 में कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण की थी. पार्टी ने उन्हें दक्षिण दिल्ली से चुनावी मैदान में उतारा था, लेकिन पहले ही चुनाव में उनको भाजपा नेता रमेश बिधूड़ी से हार का सामना करना पड़ा था. इसके बाद विजेंद्र सिंह राजनीति में उतने एक्टिव नहीं रहे. इसके बाद 2024 में लोकसभा चुनाव से पहले वे भाजपा में शामिल हो गए थे.
पेशेवरी मुक्केबाजी के दौरान DSP पद पर मचा था बवाल : पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा सरकार ने बॉक्सिंग में विजेंद्र की उपलब्धियों के चलते उन्हें हरियाणा पुलिस में डीएसपी की पोस्ट दी थी. 2008 में विजेंद्र ने बीजिंग ओलिंपिक में कांस्य पदक जीता था. इसके बाद हुड्डा सरकार ने उन्हें हरियाणा पुलिस में डीएसपी का पद दिया था. 2015 में पेशेवर मुक्केबाज बनने के दौरान भी उनके डीएसपी पद को लेकर विवाद खड़ा हुआ था, लेकिन सरकार ने उन्हें डीएसपी स्पोर्ट्स के पद पर बरकरार रखा था.
विजेंद्र सिंह का जीवन परिचय : बॉक्सर विजेंद्र सिंह का जन्म 29 अक्टूबर 1985 में जिले के गांव कालूवास में हुआ था. विजेंद्र के पिता महिपाल सिंह बेनीवाल हरियाणा रोडवेज में बस चालक थे, जो अब रिटायर हो चुके हैं. उनकी मां गृहणी हैं और विजेंद्र का जन्म निम्न मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ था. वहीं विजेंद्र सिंह को कॉलेज के दिनों से ही मुक्केबाजी और कुश्ती का शौक था. इसकी प्रैक्टिस वह भिवानी बॉक्सिंग क्लब में करते थे. इसके अलावा 17 मई 2011 को विजेंद्र ने अर्चना सिंह को हमसफर बनाया. अर्चना दिल्ली की रहने वाली हैं और सॉफ्टवेयर प्रोफेशनल हैं.
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