श्रीनगर: 29 जून से शुरू हुई अमरनाथ यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में बड़ा उत्साह देखा जा रहा है. हर दिन हजारों भक्त बाबा बर्फानी के दर्शन करने पहुंचे रहे हैं. ताजा जानकारी के मुताबिक शनिवार सुबह करीब 3471 तीर्थयात्रियों का नया जत्था पवित्र गुफा के लिए रवाना हुआ है. बता दें, तीर्थयात्रियों का 22वां जत्था आज सुबह-सुबह पारंपरिक 48 किलोमीटर लंबे नुनवान-पहलगाम मार्ग और 14 किलोमीटर लंबे बालटाल मार्ग से अपनी यात्रा शुरू की.
अमरनाथ यात्रा 2024 (ETV Bharat) एक अधिकारी ने बताया कि यात्रा के 23वें दिन 114 वाहनों में सवार 3471 यात्री जम्मू के भगवती नगर यात्री निवास से कश्मीर घाटी में पहलगाम और बालटाल आधार शिविरों के लिए रवाना हुए, जहां वे जम्मू-कश्मीर पुलिस और सुरक्षा बलों की निगरानी में अमरनाथ पवित्र गुफा में बाब बर्फानी के दर्शन करेंगे. अधिकारियों के अनुसार 29 जून को अमरनाथ यात्रा शुरू होने के बाद से अब तक 3.50 लाख से अधिक यात्री पवित्र गुफा में दर्शन कर चुके हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक, शनिवार की सुबह जम्मू से घाटी की ओर रवाना हुए यात्रियों में 2620 पुरुष, 720 महिलाएं, 3 बच्चे, 93 साधु और 34 साध्वियां (ट्रांसजेंडर 01) शामिल हैं, जिनमें 1073 तीर्थयात्री बालटाल मार्ग से और 2398 यात्री पहलगाम मार्ग से क्रमशः 35 और 79 वाहनों में यात्रा कर रहे हैं.
बता दें, हर साल श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड अमरनाथ यात्रा का आयोजन करता है, जिसे दो मार्गों में विभाजित किया जाता है:- एक पहलगाम के माध्यम से और दूसरा बालटाल के माध्यम से. बालटाल जम्मू और कश्मीर के गंदेरबल जिले में तीर्थयात्रियों के लिए शिविर स्थल के रूप में कार्य करता है. पवित्र तीर्थस्थल पर आने वाले लगभग सभी तीर्थयात्रियों ने कहा कि वे यात्रा के लिए प्रदान की गई सेवाओं से संतुष्ट हैं.
पहली बार पवित्र तीर्थस्थल पर आए एक तीर्थयात्री ने कहा कि मैं मुंबई से अमरनाथ यात्रा करके आया हूं. हम बालटाल मार्ग से जा रहे हैं. व्यवस्थाएं अच्छी हैं और हमें सुरक्षित तरीके से ले जाया जा रहा है. हमारी यात्रा अब तक सुचारू रही है. भोजन, रहना, पानी - इतनी दूर आने के बाद हमें सभी सुविधाएं मिल रही हैं. यह बहुत सराहनीय है.हालांकि यात्रा कठिन है, लेकिन हमारा हौसला बुलंद है और हम दर्शन के बाद वापस आएंगे. एक अन्य तीर्थयात्री मोनिका अग्रवाल ने कहा कि यहां का माहौल अच्छा है.
एक अन्य तीर्थयात्री हेमंत, जिन्होंने अपनी अमरनाथ यात्रा पूरी की, उन्होंने यात्रियों के लिए सुरक्षा बलों द्वारा की गई भोजन व्यवस्था की सराहना की. उन्होंने कहा कि मैं नासिक से आया हूं. हम 13 जुलाई को यहां पहुंचे. बीएसएफ कैंप ने अच्छी व्यवस्था की थी. हम पहलगाम गए और फिर बालटाल पहुंचे. जम्मू-कश्मीर पुलिस ने भी अच्छे इंतजाम किए हैं और हमारा साथ दिया है. खाने का प्रबंध बेहतरीन है. मैंने इस तरह का बड़ा भंडारा इससे पहले कभी नहीं देखा. दर्शन करने हम पैदल गए, अब लौट कर काफी अच्छा लग रहा है. एक अलग सा सुकून जैसा महसूस हो रहा है. तीर्थयात्री हेमंता ने आगे कहा कि हर किसी को कम से कम एक बार अमरनाथ आना चाहिए.
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