देहरादून: इस्कॉन इंडिया के चेयरमैन संत गोपाल कृष्ण गोस्वामी का देहरादून में निधन हो गया है. गोपाल कृष्ण गोस्वामी एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए देहरादून आए थे, तभी उनकी अचानक तबीयत खराब हो गई थी, जिस वजह से गोपाल कृष्ण को देहरादून के सिनर्जी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था, जहां रविवार को इलाज के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली.
गोपाल कृष्ण गोस्वामी का पार्थिव शरीर यूपी के वृंदावन ले जाया गया है, जहां आज सोमवार 6 मई को उन्हें समाधि दी जाएगी. देसी और विदेशी भक्तों द्वारा अंतिम दर्शन करने के बाद संत गोपाल कृष्ण गोस्वामी के पार्थिव शरीर को आज करीब शाम 4:00 बजे इस्कॉन गौशाला में भू समाधि दी जाएगी. मंदिर प्रशासन द्वारा सभी तैयारियां पूरी की गई हैं. फिलहाल मंदिर परिसर में ही अंतिम दर्शन के लिए गोपाल कृष्ण का शव रखा गया है.
गोपाल कृष्ण गोस्वामी का जन्म 1944 में दिल्ली में हुआ था. गोस्वामी को सोरबोन विश्वविद्यालय (फ्रांस) और मैकगिल विश्वविद्यालय (कनाडा) में पढ़ाई करने के लिए दो छात्रवृत्तियां मिली थी. गोपाल कृष्ण गोस्वामी ने साल 1968 में कनाडा में अपने गुरु और इस्कॉन के संस्थापक आचार्य श्रील प्रभुपाद से मुलाकात की थी. इसके बाद से ही गोपाल कृष्ण गोस्वामी भगवान श्री कृष्ण की भक्ति में लीन हो गए थे और उन्होंने विश्व में शांति और कल्याण के लिए अपने आप को समर्पित कर दिया था.
इसके साथ-साथ गोपाल कृष्ण गोस्वामी ने भारत, कनाडा, केन्या, पाकिस्तान और सोवियत संघ समेत दुनिया के अन्य तमाम हिस्सों में आउटरीच और समुदाय-निर्माण के लिए किए जा रहे प्रयासों की जिम्मेदारी भी संभाली. गोस्वामी यही नहीं रुके बल्कि उन्होंने दुनिया भर में दर्जनों मंदिरों और सांस्कृतिक केंद्रों के निर्माण की जिम्मेदारी उठाई, जिसमें नई दिल्ली में प्रसिद्ध ग्लोरी ऑफ इंडिया वैदिक सांस्कृतिक केंद्र भी शामिल है.