बेंगलुरु: गैर-देशी भाषियों को कन्नड़ भाषा सिखाने के प्रयास के तहत बेंगलुरु पुलिस ने ऑटो चालकों को कन्नड़ और अंग्रेजी में कुछ बुनियादी वाक्यों वाले कार्ड वितरित किए हैं. ड्राइवरों और यात्रियों के बीच संचार को सुविधाजनक बनाने के लिए बनाए गए वाक्य कन्नड़ और अंग्रेजी भाषाओं में लेमिनेटेड कार्डों पर छापे गए गए हैं.
यह 'ऑटो कन्नड़ से कन्नड़ सीखें' नामक अनूठी अवधारणा के माध्यम से गैर-देशी भाषियों को कुछ बुनियादी कन्नड़ शब्द सिखाने का एक प्रयास है. पुलिस ने अंग्रेजी और कन्नड़ दोनों में कुछ बुनियादी शब्द छापे हैं और ऑटो चालकों ने उन्हें अपने ऑटो में चिपकाया है. बेंगलुरु शहर के पुलिस आयुक्त बी. दयानंद ने कहा कि प्रत्येक कार्ड पर एक क्यूआर कोड भी है और यदि इसे स्कैन किया जाता है, तो कन्नड़ के उपयोग पर एक वीडियो चलाया जाएगा.
उन्होंने कहा कन्नड़ राज्योत्सव के दौरान गैर-देशी भाषियों को कन्नड़ सिखाने का यह एक छोटा सा प्रयास है और यह अभियान इसी महीने से जारी रहेगा. कन्नड़ राज्योत्सव के अवसर पर, यह बेंगलुरु ट्रैफिक पुलिस द्वारा गैर-देशी भाषियों को कन्नड़ भाषा सिखाने का एक प्रयास है. यह अभियान ऑटो कन्नडिगा के सहयोग से शुरू किया गया है.
वहीं बेंगलुरु सिटी ट्रैफिक ज्वाइंट कमिश्नर ऑफ पुलिस के आधिकारिक एक्स अकाउंट पर "सिरीगन्नादम टू गेलगे! सिरीगन्नादम बालगे (एक प्रसिद्ध कन्नड़ नारा)" शीर्षक से एक पोस्ट डाली गई है. यह सोशल मीडिया पर जगह बना चुका है और लोगों द्वारा इसकी सराहना की जा रही है. हाल ही में बेंगलुरु के एक ऑटो चालक अजमल सुल्तान द्वारा शुरू की गई ऐसी ही मुहिम की सोशल मीडिया पर तारीफ हुई थी. इसी से प्रेरित होकर पुलिस ने शहर के ऑटो चालकों को कार्ड बांटे हैं.
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