लाहौर : पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच शनिवार को यहां गद्दाफी स्टेडियम, लाहौर में पाकिस्तान वनडे ट्राई सीरीज का पहले मैच खेला गया. इस मैच में न्यूजीलैंड ने मेजबान पाकिस्तान को 78 रनों से हराया. लेकिन, इस मैच में मैदान पर एक बड़ा हादसा हुआ. फील्डिंग के दौरान न्यूजीलैंड के ऑलराउंडर रचिन रविंद्र को गंभीर चोट लगी लगी और वह बुरी तरह से लहूलुहान हो गए. इस चोट के लिए पीसीबी को जिम्मदार ठहराया जा रहा है और आईसीसी से मांग की जा रही है कि चैंपियंस ट्रॉफी 2025 को पाकिस्तान से शिफ्ट कर दुबई में आयोजित कराया जाए.
रचिन रविंद्र को चेहरे पर लगी गेंद
बता दें कि, पाकिस्तान की पारी के 38वें ओवर की तीसरी गेंद पर खुशदिल शाह ने स्लॉग-स्वीप पर उड़ता हुए शॉट मारा. डीप स्क्वायर लेग पर खड़े रचिन कैच लेने गए, लेकिन गेंद को देख नहीं पाए. इससे पहले कि वे गेंद को देख पाते, गेंद रचिन के चेहरे पर लगी और वह जमीन पर गिर पड़े. चोट इतनी गंभीर थी कि उन्हें मैदान से बाहर ले जाने से पहले ही खून बहने लगा. खून के फव्वारे को रोकने के लिए उनके माथे पर आइस पैक लगाया गया.
A tough moment on the field for Rachin Ravindra as an attempted catch turned into an unfortunate injury. 🤕
— FanCode (@FanCode) February 8, 2025
Get well soon, Rachin! pic.twitter.com/34dB108tpF
स्टेडियम की लाइटिंग पर उठे सवाल
इस गंभीर हादसे ने पूर्व क्रिकेटरों और सोशल मीडिया यूजर्स के बीच भी चिंता पैदा कर दी. चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के मेजबान देश के रूप में पाकिस्तान की साख पर सवाल उठे और रचिन रविंद्र की इस चोट के लिए पीसीबी को दोषी ठहराया गया.
एलईडी लाइट्स से हुई घटना
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान राशिद लतीफ ने इस घटना पर बात करते हुए बताया कि मुख्य मुद्दा स्टेडियम में एलईडी लाइट्स का इस्तेमाल था. उन्होंने कहा, 'ऐसी लाइट्स में चमक ज्यादा होती है. इसलिए, जब गेंद सपाट दिशा में जाती है, तो आप अक्सर उसे देख नहीं पाते'.
This is literally a shame for Pakistan, they can do anything to harm other players and they did the same by adjusting the LED lights not properly !! 😤😤@ICC @JayShah #INDvsENG #ChampionsTrophy2025 #SLvAUS #BabarAzam #Gaddafistadium #PAKvsNZ #NZvsPAK #3Nations1Trophy https://t.co/WLCYdY25w3 pic.twitter.com/TZQibh66U6
— Aaliya 🇦🇫🇮🇳 (@Aaliyaarehman) February 9, 2025
गद्दाफी स्टेडियम में की गई खराब चीनी लाइटिंग
एक यूजर ने एक्स पर लिखा, 'पाकिस्तान द्वारा गद्दाफी स्टेडियम में खराब गुणवत्ता वाली चीनी लाइटिंग का उपयोग करने के कारण न्यूजीलैंड के रचिन रविंद्र को चोट लग गई. यह अस्वीकार्य है, खासकर जब ICC चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी की जा रही हो. ICC को उचित मानकों को बनाए रखने के लिए सख्त कार्रवाई करनी चाहिए!'.
Pakistan's use of poor-quality Chinese lighting at Gaddafi Stadium has led to an injury for New Zealand's Rachin Ravindra. This is unacceptable, especially with the ICC Champions Trophy being hosted. ICC must take strict action to ensure proper standards are maintained!#PAKvsNZ… pic.twitter.com/4mqXWIgcew
— 𝘾𝙪𝙧𝙞𝙤𝙪𝙨 𝘾𝙤𝙢𝙥𝙖𝙨𝙨 (@The_Global_X) February 9, 2025
चैंपियंस ट्रॉफी दुबई में आयोजित कराने की उठी मांग
वहीं, एक अन्य सोशल मीडिया ने लिखा, 'ICC ने पाकिस्तान के मैदान पर अंतरराष्ट्रीय मैच आयोजित करने की अनुमति कैसे दी?? ICC को खिलाड़ियों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए और अगर पाकिस्तान ऐसा नहीं कर सकता तो चैंपियंस ट्रॉफी को दुबई में शिफ्ट कर देना चाहिए'.
How did @ICC allowed Pakistan's ground to host international matches??
— KohliForever (@KohliForever0) February 8, 2025
ICC should ensure players safety and if Pakistan can't provide shift CHAMPIONS TROPHY to Dubai.
Prayers for Rachin Ravindra 🙏🏻#PAKvNZ pic.twitter.com/77bvA7uqjv
रचिन रविंद्र इंजरी अपडेट
न्यूजीलैंड क्रिकेट ने दावा किया कि रविन्द्र 'ठीक' हैं, लेकिन सोमवार को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टीम के दूसरे मैच से पहले उनकी निगरानी जारी रहेगी.
Prayers for Rachin Ravindra
— Anshul (@Invisible0904) February 8, 2025
The floodlights are of poor quality in pakistan that ball is not visible to the fielders . Conducting champions trophy in pakistan is suicidal for players #RachinRavindra #ChampionsTrophy #Pak pic.twitter.com/HCH4Sc5wM0
न्यूजीलैंड क्रिकेट के बयान में कहा गया, '38वें ओवर में कैच लेने के प्रयास में माथे पर गेंद लगने के बाद रविन्द्र को मैदान से बाहर जाना पड़ा. उनके माथे पर चोट लगी है, जिसका इलाज मैदान पर ही किया गया है, लेकिन वे अन्यथा ठीक हैं. वे अपने पहले HIA (हेड इंजरी असेसमेंट) से ठीक हो गए हैं और HIA प्रक्रियाओं के तहत उनकी निगरानी जारी रहेगी'.