इंदौर। विश्व वेटलैंड्स दिवस-2024 का मुख्य समारोह आज शुक्रवार को इंदौर के रामसर साईट सिरपुर में होने जा रहा है. 2 फरवरी को आयोजित इस कार्यक्रम मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के अलावा पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के राज्य मंत्री अश्विनी चौबे एवं रामसर सचिवालय की महासचिव डॉ. मुसोन्दा मुम्बा आदि अतिथि के रूप में मौजूद रहेंगे. वर्ल्ड वेटलैंड दिवस पर आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में देश और दुनिया भर के सभी राज्य वेटलैण्ड प्राधिकरण के अधिकारी, वैज्ञानिक तथा देश की 80 रामसर साइट्स के प्रबंधक सहित 200 से अधिक विशेषज्ञ सम्मिलित हो रहे हैं.
तालाबों को बचाने के लिए मनाया जाता है
उल्लेखनीय है कि, प्रतिवर्ष 2 फरवरी को विश्व वेटलैंड्स दिवस मनाया जाता है. इस दिन 1971 में ईरान के रामसर शहर में तालाबों को बचाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय संधि पर हस्ताक्षर किए गए थे. उक्त दिवस को उत्साह और तालाबों के प्रति जागृति लाने के उद्देश्य से ये दिवस मनाया जाता है. इस वर्ष विश्व वेटलैंड्स दिवस की थीम ''Wetlands and Human Wellbeing'' है. इसका मुख्य उद्देश्य इस बात को रेखांकित करना है कि तालाबों का संरक्षण और मनुष्यों का कल्याण दोनों का अंर्तसंबंध हैं एवं ये दोनों परस्पर एक दूसरे पर निर्भर हैं.
रामसर साइट्स की संख्या हुई चार
भारत में तालाबों को बचाने की एक बहुत ही समृद्ध परंपरा रही है. देश के सभी भागों में प्राकृतिक और मानव निर्मित जल संरचनाएं, तालाब, सरोवर, सागर स्थित हैं जो युगों से मनुष्यों एवं अन्य जीवितों को विभिन्न प्रकार की सेवाएं प्रदान कर रहें हैं. मध्य प्रदेश में इनकी संख्या लगभग 15000 से अधिक है. राज्य शासन द्वारा तालाबों को बचाने के लिए अनेक उपाय किए जा रहे हैं. जिनमें प्रमुखत: विगत 2 वर्षों में रामसर साइट्स की संख्या एक से बढ़कर चार हो गयी है.