इंदौर: शारीरिक जरुरत के अनुसार हर किसी के लिए रोजाना फल उपलब्ध नहीं हो पाता है. वहीं, कार्बाइड और घातक पेस्टिसाइड से पकाए जाने वाले फल स्वास्थ्य के लिए खतरनाक भी हैं. स्वास्थ्य आधारित इसी जरूरत के मद्देनजर इंदौर के युवा एंटरप्रेन्योर वरुण रहेजा ने एक कमाल का स्टार्टअप किया है. रहेजा की मां प्राकृतिक फलों के लिए कई नुस्खे अपनाती हैं. इन्हीं नुस्खों के बदौलत रहेजा ने पौष्टिक फलों की टोकरी को पॉकेट साइज चॉकलेट (फ्रूट बार) में तब्दील कर दिया है. जिसकी मांग अब देश-विदेश से आ रही है.
फलों से तैयार शुद्ध और पौष्टिक चॉकलेट पैकेट
घर परिवारों में फलों को रोजाना उपलब्ध कर पाना मुश्किल होता है. ऐसे में शरीर को प्राकृतिक और सूखे मेवे के रूप में तब्दील किए गए फलों से जरूरी विटामिन और मिनरल्स मिल सके, इसके लिए इंदौर की बबीता रहेजा ने अपने बेटे वरुण रहेजा के साथ मिलकर एक ऐसा उत्पाद तैयार किया जो पॉकेट साइज में मिल जाएगा. बबीता रहेजा ने बताया कि "यह फ्रूट बार का एक पैकेट 200 ग्राम फलों से तैयार किया गया है, जो शुद्ध और पौष्टिक है."
फ्रूट बार में कई फलों का है कॉन्बिनेशन
इसे तैयार करने के लिए लंबे विचार विमर्श करने के बाद वरुण रहेजा और उनकी मां सोलर ड्रायर द्वारा सुखाय गए फलों को चॉकलेट में तब्दील करने में सफल हो गए. दरअसल वरुण मैकेनिकल इंजीनियर हैं, जिन्होंने फलों को एक निश्चित तापमान पर चॉकलेट में तब्दील करने की प्रणाली विकसित की. वहीं, उनकी मां बबीता ने अंगूर, ऑरेंज और केले के सहित अन्य प्रकार के फलों के कॉन्बिनेशन से स्वादिष्ट फ्रूट बार तैयार करने का नुस्खा बताया.
सुखने बाद भी न्यूट्रिशन वैल्यू बरकरार
बबीता रहेजा ने बताया कि "ताजे फलों को सुखाकर फ्रूट चॉकलेट या फ्रूट बार बनाने की यह रेसिपी पुराने जमाने में ड्राई फ्रूट के लड्डू तैयार करने जैसी ही है. जिससे पुराने दौर में घर-घर में पौष्टिक लड्डू तैयार किए जाते थे." उन्होंने आगे कहा कि "फ्रूट बार तैयार करने ड्राई फ्रूट के स्थान पर ऑर्गेनिक तरीके से किसानों द्वारा उगाए जा रहे फलों का उपयोग किया गया है. इस दौरान हर फल को उसकी न्यूट्रिशन वैल्यू बरकरार रखते हुए सुखाने की विधि पर काम किया गया है. इस पिछले कुछ सालों से लगातार काम किया गया और एक ऐसा प्रोडक्ट तैयार किया, जिसमें करीब 200 ग्राम फलों को एक फ्रूट बार के रूप में तैयार किया गया. इसे आप जब चाहो तब खाया जा सकता है."