दिल्ली

delhi

ETV Bharat / bharat

भारत-चीन के बीच कूटनीतिक वार्ता, सीमावर्ती क्षेत्रों से सैनिकों को हटाने पर चर्चा - India China talks - INDIA CHINA TALKS

India-China hold 29th round of diplomatic talks: भारत-चीन के बीच सीमा विवादों को लेकर सार्थक बातचीत हुई. इसमें सीमावर्ती क्षेत्रों से सैनिकों को पीछे हटाने पर भी चर्चा हुई.

India-China hold 29th round of diplomatic talks
भारत-चीन के बीच 29वें दौर की कूटनीतिक वार्ता

By ANI

Published : Mar 28, 2024, 9:56 AM IST

नई दिल्ली: विदेश मंत्रालय (MEA) ने कहा कि सीमा पर तनाव के बीच भारत और चीन ने सीमा क्षेत्रों के पश्चिमी क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर पूर्ण शांति प्राप्त करने और मुद्दों को हल करने के तरीकों पर विचारों का आदान-प्रदान किया. आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति में आज यह जानकारी दी गई.

यह तब हुआ जब भारत-चीन ने बुधवार को चीन की राजधानी बीजिंग में भारत-चीन सीमा मामलों (डब्ल्यूएमसीसी) पर परामर्श और समन्वय के लिए कार्य तंत्र की 29वीं बैठक आयोजित की. आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार बैठक की सह-अध्यक्षता विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव ने की. उन्होंने भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया और चीनी विदेश मंत्रालय की सीमा और महासागरीय विभाग के महानिदेशक ने चीनी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया.

भारत-चीन सीमा मामलों पर परामर्श और समन्वय के लिए कार्य तंत्र (डब्ल्यूएमसीसी) की 29वीं बैठक 27 मार्च 2024 को बीजिंग में आयोजित की गई. विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव (पूर्वी एशिया) ने भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया. विज्ञप्ति में कहा गया, 'चीनी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व चीनी विदेश मंत्रालय के सीमा और महासागरीय विभाग के महानिदेशक ने किया.'

दोनों पक्षों ने भारत-चीन सीमा क्षेत्रों के पश्चिमी क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के साथ सीमा विवाद का पूर्ण समाधान करने और शेष मुद्दों को हल करने के बारे में विचारों का गहन आदान-प्रदान किया. बैठक के बाद दोनों पक्ष सीमावर्ती क्षेत्रों में जमीन पर शांति बनाए रखने के लिए राजनयिक और सैन्य चैनल खोलने पर सहमत हुए.

मंत्रालय ने कहा,'अंतरिम में दोनों पक्ष राजनयिक और सैन्य चैनलों के माध्यम से नियमित संपर्क बनाए रखने और मौजूदा द्विपक्षीय समझौतों और प्रोटोकॉल के अनुसार सीमावर्ती क्षेत्रों में जमीन पर शांति बनाए रखने की आवश्यकता पर सहमत हुए. विदेश मंत्रालय ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, 'डब्ल्यूएमसीसी (WMCC) की 28वीं बैठक पिछले साल नवंबर में हुई थी.

इसमें दोनों पक्षों ने भारत-चीन सीमा क्षेत्रों के पश्चिमी सेक्टर में एलएसी पर स्थिति की समीक्षा की. शेष मुद्दों को हल करने और पूर्वी लद्दाख में विवादों के पूर्ण समाधान करने के प्रस्तावों पर खुली, रचनात्मक और गहन चर्चा में लगे हैं. वे सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति बनाए रखने, जमीन पर स्थिर स्थिति सुनिश्चित करने और किसी भी अप्रिय घटना से बचने की आवश्यकता पर सहमत हुए.

इस बीच भारत ने अरुणाचल प्रदेश पर चीन द्वारा किए गए बेतुके दावों और निराधार तर्कों को फिर से खारिज कर दिया है, और कहा है कि पूर्वोत्तर राज्य भारत का अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा है. विदेश मंत्रालय ने 19 मार्च को एक आधिकारिक बयान में कहा कि अरुणाचल प्रदेश के लोगों को भारत के विकास कार्यक्रमों और बुनियादी ढांचा परियोजनाओं से लाभ मिलता रहेगा. चीनी रक्षा मंत्रालय ने हाल ही में अरुणाचल प्रदेश पर अपना दावा दोहराया, और भारतीय राज्य को जांगन- चीन के क्षेत्र का एक अंतर्निहित हिस्सा करार दिया.

ये भी पढ़ें- अरुणाचल प्रदेश को भारतीय क्षेत्र के रूप में मान्यता देता है अमेरिका: अधिकारी

ABOUT THE AUTHOR

...view details