झारखंड

jharkhand

ETV Bharat / bharat

हेमंत सोरेन फिर बनेंगे झारखंड के मुख्यमंत्री, सत्ताधारी विधायक दल की बैठक में लगी मुहर - Hemant Soren

Leadership change in Jharkhand. झारखंड में एक बार फिर नेतृत्व परिवर्तन हो गया. हेमंत सोरेन फिर से राज्य के मुख्यमंत्री होंगे. वो जल्द ही 13वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे. इंडिया गठबंधन के विधायक दल की बैठक में उन्हें नेता चुना गया है. हालांकि अभी आधिकारिक घोषणा होना बाकी है.

HEMANT SOREN
डिजाइन इमेज (ईटीवी भारत)

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Jul 3, 2024, 2:48 PM IST

Updated : Jul 3, 2024, 3:33 PM IST

रांचीः झारखंड की राजनीति ने एक बार फिर करवट ली है. सूत्रों के अनुसार हेमंत सोरेन के आवास पर हुई सत्ताधारी विधायक दल की बैठक में उन्हें फिर से नेता चुन लिया गया है. अब हेमंत सोरेन राज्य के 13वें मुख्यमंत्री के तौर पर बहुत जल्द शपथ ले सकते हैं. फिलहाल आधिकारिक पुष्टी बाकी है.

लैंड स्कैम मामले में 31 जनवरी को ईडी द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद हेमंत सोरेन ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. उनकी जगह पार्टी के सीनियर नेता चंपई सोरेन ने 2 फरवरी को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. इस बीच लगातार चर्चा चल रही थी कि अगर हेमंत सोरेन बेल पर जेल से बाहर आ भी जाते हैं तो सत्ता परिवर्तन नहीं होगा.

झारखंड विधानसभा में दलगत स्थिति (ईटीवी भारत)

यह बात फिर साबित हो गई कि राजनीति में सिद्धांतों से ज्यादा ताकत अहमियत रखती है. आखिरकार सारी लड़ाई कुर्सी के लिए ही होती है. 29 जून को लैंड स्कैम मामले में नियमित जमानत पर जेल से बाहर आने के साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के तेवर से लगने लगा था कि झारखंड में कुछ बड़ा होने वाला है. उनके निर्देश पर 1 जुलाई को इंडिया गठबंधन के सभी सहयोगियों को कह दिया गया था कि 3 जुलाई को बैठक में हर हाल में आना है. यही वजह रही कि 2 जुलाई को प्रस्तावित चंपई सोरेन का दुमका दौरा रद्द कर दिया गया. 3 जुलाई को भी प्रस्तावित उनके सारे कार्यक्रम रद्द कर दिए गए.

सत्ता परिवर्तन के कयासों पर झामुमो के ज्यादातर नेता ऑफ द रिकॉर्ड यही कह रहे थे कि हेमंत सोरेन ऐसा कदम नहीं उठाएंगे. क्योंकि ऐसा होने से राज्यवासियों के बीच गलत मैसेज जाएगा. हालांकि सोरेन परिवार को नजदीक से जानने वाले जानकारों के बीच चर्चा थी कि नियमित बेल मिलने से एक अलग मैसेज गया है. हेमंत सोरेन लोगों को बताएंगे कि उन्हें झूठे केस में 5 महीने तक जेल में रखा गया. उन्हें मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़ने के लिए मजबूर किया गया था. राज्य में अस्थिरता न रहे, इसकी वजह से उन्हें चंपाई सोरेन को सीएम बनाना पड़ा था. वह लोगों को बताएंगे कि 2019 के चुनाव में उनके नेतृत्व वाले महागठबंधन को बहुमत मिला था. अब वह मुख्यमंत्री रहते शेष वादों को पूरा करने पर जोर देंगे.

अब देखना है कि चंपाई सोरेन मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के लिए राजभवन कब पहुंचते हैं. इस बात पर भी नजर रहेगी की हेमंत सोरेन के नेतृत्व में बनने वाले नए कैबिनेट में क्या किसी नए चेहरे को भी जगह मिलेगी?

ये भी पढ़ेंः

झारखंड में नेतृत्व परिवर्तन की आहट! सत्ताधारी विधायक दल की बैठक कल, भाजपा ने चंपाई के प्रति जताई हमदर्दी, क्या कहते हैं सूत्र - Ruling Legislature Party meeting

झारखंड में पक रही है सियासी खिचड़ी! सीएम चंपाई सोरेन के तय कार्यक्रम अचानक हो गये स्थगित, उठ रहे हैं कई सवाल - Jharkhand Politics

जेल से निकलने के बाद हेमंत सोरेन के सामने चुनौतियां, क्या विधानसभा चुनाव में दिला पाएंगे पार्टी को फायदा, क्या कहते हैं जानकार - Hemant Soren challenge

Last Updated : Jul 3, 2024, 3:33 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details