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गजब का जुनून : यूपी का युवक ढाई साल से कर रहा पैदल सफर, माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहराने का लक्ष्य - Mission Mount Everest

Message to Save Environment, यूपी के कौशांबी का रहने वाला एक युवक पैदल यात्रा करने का वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ने निकला है. वह ढाई साल से देश का सफर कर रहा है और गुरुवार को राजस्थान में धौलपुर पहुंचा. उसका लक्ष्य 2 लाख 74 हजार किलोमीटर की पैदल यात्रा कर माउंट एवरेस्ट की चोटी पर तिरंगा फहराना है. वह पर्यावरण बचाने का संदेश भी दे रहा है.

Youth from UP
वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ने का जुनून (ETV Bharat Dholpur)

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Aug 8, 2024, 4:40 PM IST

गौरव मालवीय ने क्या कहा, सुनिए... (ETV Bharat Dholpur)

धौलपुर: कहते हैं जुनून एवं जज्बे से कुछ भी हासिल किया सकता है. जज्बा और हिम्मत है तो किसी भी बाधा को चीर कर आगे बढ़ा जा सकता है. ऐसा ही जज्बा लेकर उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले का युवक गौरव मालवीय 13 सितंबर 2021 को वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ने निकला है. पीठ पर 50 किलो वजन लेकर पैदल 47000 किलोमीटर का सफर तय कर चुका है. वर्ष 2029 तक 274000 किलोमीटर का सफर पूरा कर माउंट एवरेस्ट की चोटी पर तिरंगा झंडा फहराकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने के लिए निकला है.

गौरव मालवीय ने बताया कि यात्रा का उद्देश्य पर्यावरण, वन, जंगल को बचाना है. प्रदूषण की वजह से पर्यावरण का संतुलन बिगड़ रहा है. यात्रा के दौरान अब तक 13000 से अधिक पौधा लगा चुका है. वर्ष 2029 तक देश में 1 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य भी रखा गया है. गौरव ने बताया कि 13 सितंबर 2021 को उसने यात्रा की शुरुआत की है. वर्ष 2029 तक 2 लाख 74 हजार किलोमीटर की यात्रा पूरी कर अमेरिका द्वारा बनाए गए 1985 में 1 लाख 40 हजार किमी की पैदल यात्रा के वर्ल्ड रिकॉर्ड को तोड़ेगा. धौलपुर पहुंचने तक उसने 47 हजार किलोमीटर की यात्रा पूरी कर ली है. धौलपुर के बाद गौरव मालवीय की यात्रा मध्य प्रदेश सीमा में पहुंच जाएगी.

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माउंट एवरेस्ट की चोटी पर फहराएगा तिरंगा : गौरव मालवीय ने बताया कि 2 लाख 74 हजार किलोमीटर की यात्रा पीठ पर 50 किलो वजन रखकर कर पैदल कर रहा है. विश्व की सबसे बड़ी माउंट एवरेस्ट चोटी पर 1 क्विंटल बजन लेकर यात्रा को पूरी करेगा.

आर्मी में जाने का था सपना : गौरव मालवीय ने बताया कि उसका सपना आर्मी में भर्ती होकर देश के लिए सेवा करने का था, लेकिन आर्मी में भर्ती नहीं हो सका. युवक ने बताया कि देश की सेवा आर्मी में भर्ती हुए बिना भी की जा सकती है. देश के पर्यावरण को बचाने के लिए उसने यह फैसला लिया है. इसके साथ अमेरिका का वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ना भी पैदल यात्रा का उद्देश्य है.

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