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गोरखपुर-दिल्ली के बीच दौड़ेगी देश की पहली स्लीपर वंदे भारत; यूपी में 9 वंदे मेट्रो, 2 नई वंदे भारत भी चलाने की तैयारी - Sleeper Vande Bharat

भारत की पहली स्लीपर वंदे भारत चलाने उत्तर प्रदेश में जल्द ही चलाने की योजना है. इस ट्रेन को जो तस्वीरें सामने आई हैं, उसका लुक और सुविधाएं बेहतरीन हैं. इस स्पेशल रिपोर्ट में जानिए पहली स्लीपर वंदे भारत ट्रेन कैसी है और कैसी सुविधाएं मिलेंगी.

यूपी में चलेगी स्लीपर वंदे भारत.
यूपी में चलेगी स्लीपर वंदे भारत. (Photo Credit; Social media)

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jun 16, 2024, 7:30 AM IST

Updated : Jun 19, 2024, 12:21 PM IST

लखनऊः भारतीय रेलवे उत्तर प्रदेश बड़ी सौगात देने जा रहा है. देश की पहली स्लीपर वंदे भारत प्रदेश में जल्द ही चलाने की तैयारी है. रेलवे सूत्रों के मुताबिक भारत की सबसे तेज और लग्जरी ट्रेन गोरखपुर और दिल्ली के बीच दौड़ सकती है. यही नहीं, यूपी के बड़े 9 शहरों को जोड़ते हुए वंदे भारत मैट्रो भी चलेगी. इससे नौकरी और रोजगार के लिए डेली सफर करने वाले यात्रियों के लिए काफी सहूलियत मिलेगी. दो नई वंदे भारत एक्सप्रेस भी प्रदेश को मिल सकती है. रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव के दूसरी बार कार्यभार संभालने के बाद रेलवे की योजनाओं को गति मिलने की उम्मीद बढ़ी है.

पूरा कोच लग्जरी होगा. (Photo Credit; railway minister twitter)

220 किलोमीटर प्रति घंटे रफ्तार से दौड़ेगी:वंदे भारत स्लीपर लग्जरी ट्रेन पटरियों पर उतारने के लिए तैयार है. इस ट्रेन में इतनी खूबियां होंगी कि यात्रियों की भी हवाइयां उड़ जाएंगी. उन्हें यही समझ नहीं आएगा कि वह हवाई जहाज से यात्रा कर रहे हैं या फिर ट्रेन से. फाइव स्टार होटल जैसी सुविधाएं वंदे भारत ट्रेन के अंदर यात्रियों को मिलेंगी. रेलवे अगस्त माह से वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों के शुरुआत कर सकता है. वंदे भारत स्लीपर ट्रेन की मैक्सिमम स्पीड 220 किलोमीटर प्रति घंटे होगी. जबकि 140 किलोमीटर स्टार्टिंग स्पीड होगी.

वंदे भारत स्लीपर में फाइव स्टार होटल जैसी होंगी सुविधाएं. (Photo Credit; railway minister twitter)
चील के आकार की तरह होगा वंदे भारत स्लीपर का हिस्सा: भारतीय रेलवे ने जब वंदे भारत ट्रेन ट्रैक पर उतरी तो इस ट्रेन की खासियत देखकर यात्री इससे सफर करने के लिए लालायित होने लगे. सभी इस ट्रेन की भरपूर तारीफ कर रहे हैं. यात्रियों की सुविधा के लिए अब रात में लंबी दूरी का सफर यात्री वंदे भारत स्लीपर ट्रेन में सोते हुए पूरा कर सकेंगे. वंदे भारत स्लीपर ट्रेन कुछ इस तरह डिजाइन की गई है जो यात्रियों का मन मोह लेगी. इस ट्रेन में सफर करने के दौरान यात्रियों को एहसास होगा कि जैसे वह हवाई जहाज से सफर कर रहे हैं. उन्हें फाइव स्टार होटल जैसी फीलिंग आएगी. दरअसल, वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का निर्माण अंतरराष्ट्रीय मानकों पर किया गया है. वंदे भारत में अब तक सार्वजनिक उपयोग के लिए सिर्फ सिंगल सीटर कोच निर्मित किए गए.
वंदे भारत स्लीपर के अंदर की तस्वीर. (Photo Credit; railway minister twitter)

ट्रेन में 16 कोच होंगे:वहीं, वंदे भारत स्लीपर ट्रेन के कोच का निर्माण कर रहा है. इन कोच से भारतीय रेलवे उद्योग में एक बड़ा चेंज भी आएगा. रेलवे से जुड़े अधिकारी बताते हैं कि वंदे भारत ट्रेन के मुकाबले वंदे भारत स्लीपर ट्रेन के अगले हिस्से का आकार चील की तरह होगा. इस ट्रेन में कुल 16 बोगियां होंगी. इसमें तीन तरह के कोच लगाए जाएंगे. फर्स्ट क्लास एसी, सेकंड क्लास एसी और थर्ड क्लास एसी वाले कोच.

वंदे भारत स्लीपर कोच की सीटें. (Photo Credit; railway minister twitter)
823 यात्री कर सकेंगे सफर, बहुत कंफर्टेबल होंगे बिस्तर:वंदे भारत स्लीपर ट्रेन में एक बार में अधिकतम 823 यात्री सफर कर सकेंगे. इनमें से 611 पैसेंजर थर्ड एसी कोच में, 188 पैसेंजर सेकंड एसी कोच में और 24 यात्री प्रथम श्रेणी कोच में यात्रा का लुत्फ उठा सकेंगे. थ्री टियर एसी कोच की बात की जाए तो जिन मौजूदा ट्रेनों में जो सुविधा मिल रही है उससे कहीं ज्यादा सुविधा वंदे भारत स्लीपर में यात्रियों को मिलेगी. इन ट्रेनों में आरामदायक नींद के लिए कंफर्टेबल बिस्तर होगा, जिससे यह ट्रेन अब तक की लग्जरी ट्रेन राजधानी एक्सप्रेस से कहीं ज्यादा ठहरेगी.
सेंसर युक्त होंगी लाइटें:वंदे भारत ट्रेन के इंटीरियर की बात की जाए तो इसे पीले, क्रीम और लकड़ी के कलर के साथ बेहतरीन तरीके से कलर किया गया है. मिडिल और पार्ट के लिए सीढ़ियों की सुविधा यात्रियों को मिलेगी. सभी लाइट सेंसर युक्त होंगी. जब यात्री लाइट एरिया में पहुंचेंगे तो अपने आप ही लाइट जल जाएगी. जब कोई यात्री नहीं होगा तो ऑटोमेटिक लाइट बंद हो जाएंगी. रात में जब यात्री ट्रेन के अंदर पैदल चल रहे होंगे तो रास्ते में रोशनी के लिए नीचे की तरफ एलईडी लाइट सेंसर की व्यवस्था की जा रही है. यह सिर्फ तभी काम करेगा जब यात्री ट्रेन के उस कोच के अंदर चल रहे होंगे. कि नीचे लगी इन लाइटों से कोच में सो रहे यात्रियों पर कोई असर नहीं पड़ेगा.
हवाई जहाज जैसे टॉयलेट्स:वंदे भारत ट्रेन के अंदर एक कोच से दूसरे कोच तक जाने वाले डोर और टॉयलेट के दरवाजे ऑटोमेटिक होंगे. यह सभी सेंसर युक्त होंगे. इससे ट्रेन में किसी तरह का नॉइस पॉल्यूशन नहीं होगा. दिव्यांग व्यक्तियों के लिए विशेष टॉयलेट की भी सुविधा होगी. ट्रेन में हवाई जहाज के टॉयलेट की तरह बायो टॉयलेट सिस्टम दिया गया है. इस तरह से टॉयलेट को डिजाइन किया गया है जिससे दुर्गंध किसी भी कीमत पर न आने पाए. ट्रेन के टॉयलेट के अंदर सभी वाशबेसिन इस तरह से डिजाइन होंगे कि पानी बाहर नहीं गिरेगा. फर्स्ट क्लास एसी कोच में टॉयलेट में स्नान के लिए शॉवर और गर्म पानी की भी फैसिलिटी मिलेगी.
इन शहरों के बीच चलेगी वंदे मेट्रो ट्रेन:रेलवे के सूत्रों के मुताबिक लखनऊ-अयोध्या, लखनऊ-कानपुर, अलीगढ़-आगरा, अलीगढ़-ग्रेटर नोएडा, प्रयागराज-वाराणसी, अयोध्या-गोरखपुर, आगरा-इटावा, मुरादाबाद-बरेली, हापुड़-मुरादाबाद के बीच वंदे मेट्रो ट्रेन को दौड़ाने की योजना है. इससे डेली सफर करने वाले यात्री आराम से सफर कर सकेंगे. वंदे मेट्रो ट्रेन की स्पीड तेज होगी तो कम समय भी लगेगा.
यूपी में चल रही वंदे भारत एक्सप्रेस की डिटेल. (ईटीवी भारत.)

यूपी से शुरू हुई थी पहली वंदे भारत:बता दें कि पहली वंदे भारत ट्रेन उत्तर प्रदेश से ही चलाई गई थी. 15 फरवरी 2019 को वाराणसी से दिल्ली के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरी झंडी दिखाई थी. वर्तमान में उत्तर प्रदेश में 6 वंदे भारत एक्सप्रेस चल रही हैं. जबकि पूरे देश में 51 वंदे भारत एक्सप्रेस का संचालन हो रहा है. रेलवे प्रशासन लखनऊ से दो और वंदे भारत चलाने पर मंथन कर रहा है.

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Last Updated : Jun 19, 2024, 12:21 PM IST

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