नई दिल्ली/चंडीगढ़ /अंबाला /जींद :किसानों के 13 फरवरी को दिल्ली कूच करने की फुल तैयारी है. ऐसे में हरियाणा सरकार ने भी किसानों को दिल्ली में घुसने से रोकने के लिए कमर कस ली है. सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. सुरक्षा बल पूरी तरह मुस्तैद है. हाईवे पर बैरिकेडिंग की गई है, तो शंभू बॉर्डर पर सड़कों पर कीलें लगा दी गई है जिससे कि किसानों को रोका जा सके. वहीं पंजाब से हरियाणा में एंट्री को रोकने के लिए बॉर्डर को पूरी तरह से सील कर दिया गया है. हरियाणा के 7 जिलों में बल्क SMS के साथ मोबाइल इंटरनेट पर पाबंदी लगा दी गई है.
सोमवार को किसान नेताओं के साथ बैठक :हरियाणा सरकार ने किसानों के दिल्ली कूच के कार्यक्रम को देखते हुए जहां सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं. वहीं इस बीच केंद्र सरकार ने किसानों को दूसरे दौर की बातचीत के लिए चंडीगढ़ बुलाया है. भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने किसानों को पत्र जारी कर बातचीत के लिए न्यौता भेज रखा है. सोमवार को ये बैठक शाम पांच बजे चंडीगढ़ के सेक्टर 26 में महात्मा गांधी स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में आयोजित की जाएगी. बैठक में केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, पीयूष गोयल और नित्यानंद राय भी मौजूद रहेंगे.
शंभू बॉर्डर पर छोड़े आंसू गैस के गोले :हालांकि किसान 13 फरवरी को दिल्ली कूच करेंगे लेकिन अभी से तनाव बढ़ता हुआ देखा जा सकता है. अंबाला के शंभू बॉर्डर पर हालात ये हो गए कि पुलिस को रविवार (11 फरवरी) को ही आंसू गैस के गोले चलाने पड़ गए. दरअसल यहां अभी से लोगों की भीड़ जमा हो गई थी और पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाज़ी की जा रही थी. पुलिस-प्रशासन ने नारेबाज़ी को देखते हुए लोगों को पीछे हटने के लिए कई बार कहा लेकिन नहीं मानने पर पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़ दिए और भीड़ को पीछे धकेला.
सड़कों पर लगाई गई कीलें :अंबाला के शंभू बॉर्डर पर सुरक्षा तैयारियों की बात करें तो पुलिस ने यहां 3 लेयर की बैरिकेडिंग की है. साथ ही सड़कों पर कीलें लगा दी गई है जिससे किसानों के ट्रैक्टर आगे ना जा सके. वहीं पुलिस ने चेतावनी देते हुए कहा है कि कोई भी कानून को हाथ में लेने की कोशिश ना करें. शंभू बॉर्डर पर तैनात डीएसपी अरशदीप सिंह का कहना है किसान आंदोलन के चलते बॉर्डर को सील कर दिया है. किसानों को यहां से आगे नहीं जाने दिया जाएगा.
प्रियंका गांधी ने पूछा सवाल :वहीं 13 फरवरी को किसानों के दिल्ली कूच से पहले बॉर्डर पर बैरिकेडिंग और सड़कों पर कीलें बिछाने को लेकर कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने सवाल खड़े कर दिए हैं. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म (X) पर वीडियो पोस्ट करते हुए प्रियंका गांधी ने लिखा कि "किसानों के रास्ते में कील-कांटे बिछा देना अमृतकाल है या अन्यायकाल ?. इसी तरह के असंवेदनशील और किसान विरोधी रवैये ने 750 किसानों की जान ले ली थी. किसानों के खिलाफ काम करना, फिर उनको आवाज भी न उठाने देना, कैसी सरकार का लक्षण है ?. किसानों से किया वादा पूरा नहीं किया गया. ना तो MSP का कानून बनाया गया और ना तो किसानों की आय दोगुनी हुई. फिर किसान देश की सरकार के पास नहीं आएंगे तो कहां जाएंगे. देश के किसानों के साथ ऐसा व्यवहार क्यों ?. किसानों से जो वादा किया गया, उसे पूरा क्यों नहीं किया जा रहा ?.
जींद में की गई नाकेबंदी :किसान आंदोलन को देखते हुए हरियाणा प्रशासन हाई अलर्ट पर है. पंजाब-हरियाणा बॉर्डर को पूरी तरह सील कर दिया गया है. बॉर्डर पर सीमेंट और लोहे के बैरिकेड्स लगाए गए हैं. सुरक्षा के मद्देनजर सीसीटीवी कैमरों से निगाह रखी जा रही है. दमकल विभाग की गाड़ियां, जेसीबी और क्रेन को भी मौके पर रखा गया है. पंजाब और हरियाणा के बीच बस सेवाओं को बंद कर दिया गया है. जींद में 4 जगहों पर नाकेबंदी की गई है. पैरामिलिट्री फोर्स तैनात कर दी गई है. इंटरनेट सेवाओं को बंद कर दिया गया है. जींद में धारा 144 भी लगा दी गई है.