नूंह: मेवात के पुनहाना में गूंगा जलेबी के नाम से मशहूर जलेबी वाला न कानों से सुन सकता है, ना जुबान से बोल सकता है, लेकिन जलेबी बनाने की कारीगरी ने इलाके में उसका नाम कर दिया है. यहां तक कि पड़ोसी राज्य राजस्थान व यूपी में भी उसकी जलेबी के दिवाने बसते हैं.
ग्राहकों की लगती है लाइन : बता दें हरियाणा 2024 विधानसभा के चुनाव में भले ही हरियाणा में जलेबी के कारण चर्चाओं में रहा हो. हरियाणा के भाजपा नेता और सीएम सैनी खुद जलेबी तलते दिखाई दिए. इस बीच पुनहाना में मशहूर गूंगा की जलेबी कई सालों से यहां के लोगों को मिठास दे रही है. यहां हर रोज ग्राहकों की भारी भीड़ जुटती है. लोग अपनी-अपनी बारी का इंतजार करते हैं.
गूंगा जलेबी के नाम से फेमस : बता दें कि अब सर्दियों का मौसम शुरू हो चुका है, जिससे ग्राहकों की संख्या में भी ईजाफा होगा. इस बीच गूंगा जलेबी वाले की दुकान पर जलेबी खाने आए लोगों ने बताया कि ये जलेबी मेवात जिले में ही नहीं बल्कि आसपास के राज्यों में भी मशहूर हैं. गूंगा की जलेबी खरीदने लोग दूर दराज से आते हैं. ये जलेबी स्वादिष्ट अधिक और सस्ती है. इसका पूरा नाम जमील है, लेकिन ये गूंगा जलेबी के नाम से ही प्रसिद्ध है.
लोगों ने बताया कि ऊपर वाले ने इसको सुनने और बोलने की शक्ति नहीं दी, लेकिन हाथ की कारीगरी ऐसी दी है कि जिसके लोग दीवाने हैं. गूंगा की जलेबी खरीदने के लिए लोगों की लाइन लगी रहती है, जो अपनी-अपनी बारी का इंतजार करते हैं.
इशारों में बात करते हैं ग्राहक : गूंगा जलेबी वाले के बेटे ने बताया कि हम सात बहन-भाई हैं, जिनका पालन पोषण उसके पिता ने बड़े लाड़ प्यार से किया है. दुकान पर हम भी पिता का सहयोग करते हैं. पिताजी केवल इशारों की भाषा जानते हैं.
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