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किसान आंदोलन पर SKM का बड़ा ऐलान: 26 फरवरी को निकालेंगे ट्रैक्टर मार्च, आज फूंकेंगे सरकार का पुतला - Shambhu Border

Farmers Protest 2024: किसान आंदोलन को लेकर चंडीगढ़ में संयुक्त किसान मोर्चा ने अहम बैठक की. बैठक के बाद किसान नेता राकेश टिकैत ने बताया कि 26 फरवरी को देशभर में किसान ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे. इसके अलावा आज (शुक्रवार 23 फरवरी को) हरियाणा में सरकार का पुतला फूंकने का फैसला किया गया है.

Farmers Protest 2024 Update
किसान आंदोलन 2024

By ETV Bharat Haryana Team

Published : Feb 22, 2024, 10:49 AM IST

Updated : Feb 23, 2024, 8:41 AM IST

चंडीगढ़: गुरुवार को संयुक्त किसान मोर्चा ने चंडीगढ़ में अहम बैठक की. इस बैठक में कई राज्यों के किसान संगठन शामिल हुए. बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस कर किसान नेता जोगिंदर उग्रहां ने बताया कि बैठक में कई अहम फैसले किए गए हैं. पहले ये कि आज (शुक्रवार 23 फरवरी को) प्रदेश में हरियाणा के सीएम, हरियाणा के गृह मंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का पुतला फूंका जाएगा.

26 फरवरी को ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे किसान: किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि 26 फरवरी को किसान देशभर में ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे. देश के सभी राज्यों में किसान ट्रैक्टर मार्च कर विरोध प्रदर्शन करेंगे. ये प्रदर्शन शांतिपूर्ण तरीके से किया जाएगा. उन्होंने कहा कि अमृतसर से लेकर शंभू तक सभी जगह हाईवे पर ट्रैक्टर मार्च होगा. राकेश टिकैत ने दावा किया कि इस दौरान आमजन को कोई परेशानी नहीं आने दी जाएगी.

'14 मार्च को दिल्ली में महापंचायत': राकेश टिकैत ने बताया कि बैठक में फैसला किया गया है कि 14 मार्च को किसान रामलीला मैदान दिल्ली में महापंचायत करेंगे. शंभू बॉर्डर पर बैठे पंजाब के किसानों को संयुक्त किसान मोर्चा समर्थन देगा या नहीं. इसके लिए एक कोर्डिनेशन कमेटी बनाई गई है. जो प्रदर्शन कर रहे किसानों से बातचीत कर फैसला लेगी. इस कमेटी में हन्नान मौला, जोगिंद्र उग्रहा, युद्धवीर सिंह, रविंद्र पटियाला, बलबीर राजेवाल और दर्शन पाल सदस्य होंगे.

मृतक के परिजन को एक करोड़ रुपये के मुआवजे की मांग: इसके अलावा किसान नेता राजेवाल ने कहा कि हरियाणा पुलिस ने पंजाब में कार्रवाई की. इस मामले में 302 का मुकदमा हरियाणा पुलिस, हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज, सीएम के खिलाफ हो. ज्यूडिशियल इंक्वायरी कराई जाए. जींद बॉर्डर पर जिस युवक की मौत हुई है. उसके परिजनों को एक करोड़ का मुआवजा दिया जाए.

इससे पहले किसानों ने दो दिन के लिए दिल्ली कूच को स्थगित करने का फैसला किया था. बैठक से पहले किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा था कि सभी किसानों को इकट्ठा होने की जरूरत है. किसानों को हल्के में लेने की कोई गलती न करे. उन्होंने सभी किसान संगठनों एक होने की भी अपील की. इसके अलावा राकेश टिकैत ने कहा कि आंदोलन का हल बातचीत के जरिए ही निकाला जा सकता है.

पंजाब सरकार पर किसान नेता सरवन सिंह पंढेर का गंभीर आरोप: किसान नेता सरवन सिंह पंढेर का कहना है, ''जिस तरह से केंद्र ने हमारे क्षेत्र में घुसकर हमला किया, हमारे वाहनों में तोड़फोड़ की, पंजाब सरकार को उनके खिलाफ 302 का मामला दर्ज करना चाहिए. हमारे पास सबूत हैं कि बुधवार को पंजाब सरकार ने हमारा 'लंगर' बंद कर दिया और धरना स्थल पर आ रहे वाहनों को रोक दिया. पंजाब सरकार को अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए कि हमारे बारे में उनका क्या रुख है."

किसान आंदोलन को लेकर हाई कोर्ट में एक और याचिका दाखिल: किसान आंदोलन को लेकर पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट में एक और जनहित याचिका हुई दाखिल की गई है. अब पंचकूला के वकील अनिल कुमार ने याचिका दाखिल की है. याचिका में कहा गया है, शंभू और खनौरी बॉर्डर पर हालात बेहद तनावपूर्ण हैं. भारी संख्या में मोडिफाई ट्रैक्टर, ट्रॉली और पोकलेन मशीनों के जरिए आंदोलनकारी दिल्ली जाने की कोशिश कर रहे हैं. यह न सिर्फ कानून व्यवस्था बल्कि आम लोगों की सुरक्षा के लिए खतरनाक है. भारी मशीनें वहां प्रदर्शन कर रहे किसानों के लिए भी परेशानी का सबब बन सकती हैं.

हाईकोर्ट ने आदेश दिया है कि सभी आंदोलनकारियों को प्रदर्शन के लिए तय की गई जगहों पर ही प्रदर्शन करने के दिए जाएं. हाईकोर्ट ने कहा है कि 29 फरवरी को याचिका पर सुनवाई की जाएगी.

शाहाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग- 44 जाम: किसान आंदोलन के दौरान बुधवार, 21 फरवरी को खनौरी बॉर्डर पर एक युवक की कथित मौत के बाद से किसानों में भारी आक्रोश है. वहीं. चढूनी ग्रुपने शाहाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग-44 को जाम कर दिया. राकेश बैंस भाकियू चढूनी प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि चढूनी ग्रुप के द्वारा शुक्रवार, 23 फरवरी को बैठक कर आगामी आंदोलन में कैसे सहयोग करना है उसका फैसला लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि हम सब किसान संगठन को एक जुट होकर चलना होगा, तभी हम जीत हासिल कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि किसान अपनी जायज मांगों को लेकर शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन पुलिस के द्वारा उनके ऊपर गोली चलाई गई.

किसान आंदोलन पर हरियाणा के नेता प्रतिपक्ष की प्रतिक्रिया: किसान आंदोलन और पंजाब के सीएम भगवंत मान के बयानों को लेकर हरियाणा के नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा है "यह गंभीर मसला है और इसे शांति से निपटाया जाना चाहिए. पुलिस और किसानों को भी शांति से मामले को संभालना करना चाहिए. सरकार और किसानों को बातचीत के जरिए इसका हल निकालना चाहिए."

जानें नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र हुड्डा ने क्या कहा.

'किसानों के साथ हुई हैं सार्थक बातें': किसानों के दिल्ली कूच को लेकर केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा है, "मैं कहना चाहूंगा कि किसानों के साथ कई दौर की बातचीत में सार्थक बातें हुई हैं. लेकिन अभी और मेहनत करनी होगी. दोनों पक्षों के बीच कुछ मुद्दों पर सहमति बनी. भारत सरकार किसानों के हित के लिए काम करने के लिए प्रतिबद्ध है और वह ऐसा कर रही है."

'मिलकर निकालेंगे समाधान': किसानों के विरोध पर केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा है, "किसानों के मुद्दे पर किसान संगठनों के साथ कई दौर की चर्चा हो चुकी है. हमने उनसे कहा है कि हम चर्चा के जरिए समाधान निकालेंगे क्योंकि बातचीत से ही मुद्दे सुलझते हैं. हमें मिलकर समाधान निकालना चाहिए और यह सभी के लिए फायदेमंद भी है. मुझे उम्मीद है कि हम मिलकर इसका समाधान निकाल लेंगे."

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Last Updated : Feb 23, 2024, 8:41 AM IST

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