नालंदा : बिहार के नालंदा के नगरनौसा प्रखंड के शाहपुर बलवापर गांव निवासी संजीव मुखिया के घर EOU के अधिकारी रेड कर रहे है. अधिकारी परिवार वालों से पूछताछ के बाद संपत्ति का जायजा लेकर, कई कागजातों को खंगाल रहे हैं. छापेमारी टीम में विभाग के 9 विशेष अधिकारी कई साक्ष्य उपलब्ध कर रहे हैं.
संजीव मुखिया के घर छापा: अधिकारियों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए नगरनौसा थाना के अलावे भारी संख्या में पुलिस बल गांव में मौजूद हैं. सूत्रों की माने तो अधिकारियों को कई महत्वपूर्ण कागजात हाथ लगे हैं. नीट परीक्षा प्रश्न पत्र लीक मामले का खुलासा होने के बाद से ही मास्टरमाइंड संजीव मुखिया फरार चल रहा है.
संजीव मुखिया के घर छापा (ETV Bharat) ''हम लोग संजीव मुखिया के घर आए हुए थे, विधिवत तलाशी ली गई. कुछ दस्तावेज जब्त किए गए हैं. उसकी जांच की जाएगी. सुबह 10 बजे हमारी 9 सदस्यी टीम संजीव मुखिया के घर पहुंची थी. कार्रवाई शाम 4 बजे तक चली.''- सुनील कुमार, डीएसपी, EOU
कई घंटे से चली छापेमारी : करीब 6 महीने बीत जाने के बाद भी वह पुलिस की हत्थे नहीं चढ़ा है. मामले में गिरफ्तार हुए आरोपियों की माने तो 40 लाख रुपए लेकर प्रश्न पत्र का उत्तर पटना के एक निजी स्कूलों में छात्रों को याद कराया गया था. संजीव मुखिया नूरसराय हॉर्टिकल्चर कॉलेज में तकनीकी सहायक के पद पर कार्यरत है. वहां से छुट्टी का आवेदन देकर फरार हो गया था.
2016 से अब तक संपत्ति का आकलन : अधिकारी कॉलेज पहुंचकर साक्ष्य इकट्ठा कर रहे हैं. संजीव मुखिया कई साल से प्रश्न पत्र लीक कर रहा था. 2016 में सिपाही भर्ती परीक्षा में पेपर लीक मामले में पहली बार इसका नाम सामने आया था. बीपीएससी शिक्षक बहाली पेपर लीक मामले में जेल की हवा मुखिया खा चुका है. मुखिया का पुत्र डॉ. शिव कुमार प्रश्न पत्र लीक मामले में वर्तमान में जेल में बंद है.
राजनीति में भी रसूख जमाना चाहता था मुखिया: संजीव मुखिया राजनीति में पकड़ बनाने के लिए पत्नी को मंत्री बनना चाहता था. इसे लेकर लोक जनशक्ति पार्टी की टिकट पर विधानसभा का चुनाव भी लड़वाया था. चुनाव के दौरान उसने पानी की तरह रुपए बहाया मगर उसकी पत्नी चुनाव हार गई. इस मामले की जांच के लिए नगरनौसा प्रखंड के CO, दो थाना की पुलिस शामिल है.
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