नई दिल्ली:दिल्ली विधानसभा चुनाव प्रचार के आखिरी दिन दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भाजपा के साथ मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने उनकी कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया कि रिटायरमेंट के आखिरी समय में न जाने किस पद के लालच में राजीव कुमार देश के जनतंत्र को दांव पर लगा रहे हैं.
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों ने अपनी जान की कुर्बानी इसलिए दी थी कि देश में जनतंत्र होगा और लोगों को सरकार चुनने की आजादी होगी. लेकिन, जिस तरीके से चुनाव आयोग ने भारतीय जनता पार्टी के आगे हथियार डाल दिया है ऐसा लगता है कि चुनाव आयोग एग्जिस्ट नहीं करता. लोगों के मन में सवाल आ रहा है कि मुख्य चुनाव आयुक्त को रिटायरमेंट के बाद कौन सा पोस्ट ऑफर किया गया है, जिसके लिए वह देश के लोकतंत्र को दांव पर लगा रहे हैं. क्या यह पद गवर्नर का है या राष्ट्रपति का, जिसके बदले वे देश को गिरवी रख रहे हैं. जिस जनतंत्र के लिए स्वतंत्रता सेनानियों ने अपनी जान की कुर्बानी दे दी, उस जनतंत्र के लिए मुझे नहीं लगता कि किसी पद के लिए दांव पर लगा देना अच्छा है.
कोर्ट भी जाना पड़ा तो जाऊंगा: उन्होंने कहा, मेरी राजीव कुमार से हाथ जोड़कर विनती है कि आप अपनी ड्यूटी कीजिए और पद का लालच छोड़ दीजिए. अपने 40 से 45 साल नौकरी कर ली. इस देश ने आपको बहुत कुछ दिया. अब अपने रिटायरमेंट के समय में अपने करियर के लिए देश को गिरवी मत रखिए, देश के जनतंत्र को खत्म मत कीजिए. अगर देश के जनतंत्र को बचाने के लिए कोर्ट भी जाना पड़ा तो जरूर जाएंगे.