हैदराबाद: तेलंगाना में साइबर फ्राड का बड़ा मामला सामने आया है. यहां साइबर अपराधियों ने एक 82 साल के बुजुर्ग को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में संबंधित फर्जी अरैस्ट वारंट की धमकी देकर1.38 करोड़ रुपये ठग लिए. इस मामले में पीड़ित बुजुर्ग ने साइबराबाद साइबर क्राइम पुलिस में एक शिकायत दर्ज कराई है. जिसके आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है.
ऐसे बुजुर्ग को ठगने का जाल बिछाया
6 सितंबर को, केपीएचबी निवासी 82 साल के रिटायर कर्मचारी को मुंबई पुलिस अधिकारी के रूप में किसी अंजान व्यक्ति का फोन आया. कॉल करने वाले ने झूठा दावा किया कि, मनी लॉन्ड्रिंग मामले के संबंध में व्यक्ति के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है और उसे साइबर क्राइम विभाग से संपर्क करने की सलाह दी. गिरफ्तारी वारंट का नाम सुनकर बुजुर्ग की हालत खराब हो गई. इसके बाद उन्होंने दिए गए नंबर पर कॉल किया. उसके बाद बुजुर्ग शातिर अपराधियों की जाल में फंसते चले गए.
धोखाधड़ी करने वालों ने बुजुर्ग के आधार कार्ड का विवरण मांगा, जिसे उन्होंने तुरंत भेज दिया. इसके तुरंत बाद, साइबर अपराधियों ने एक वीडियो कॉल किया. वीडियो कॉल में पुलिस की वर्दी में एक व्यक्ति स्क्रीन पर दिखाई दिया, जिसके बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा कथित रूप से जारी एक फर्जी गिरफ्तारी वारंट दिखाया गया. इस फर्जी दस्तावेज का इस्तेमाल कर अपराधियों ने बुजुर्ग व्यक्ति से अपने बैंक खाते की जानकारी साझा करने के लिए दबाव बनाया.