कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को विपक्षी माकपा और भाजपा पर आरजी कर अस्पताल में तोड़फोड़ की साजिश रचने तथा सोशल मीडिया पर फर्जी खबरें फैलाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि इससे महिला डॉक्टर के बलात्कार एवं हत्या के पीछे की सच्चाई को छिपाने का प्रयास किया जा रहा है. मुख्यमंत्री ने उन्नाव, हाथरस से लेकर उत्तराखंड में बलात्कार और हत्याओं के मुद्दे को उठाते हुए सवाल खड़े किए. ममता ने कोलकाता में मौलाली से डोरीना चौराहे तक एक विरोध रैली का नेतृत्व किया, जिसमें उस महिला डॉक्टर के लिए न्याय की मांग की गई जिसकी पिछले सप्ताह एक सरकारी अस्पताल में कथित तौर पर बलात्कार के बाद हत्या कर दी गयी थी.
रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कामदुनी और तापसी मलिक की घटना और मणिपुर में महिलाओं के खिलाफ हिंसा की घटना का भी जिक्र किया. उन्होंने कोलकाता राजभवन में महिला कर्मियों से छेड़छाड़ के मुद्दे को उठाकर राज्यपाल को ही निशाने पर लिया. ममता बनर्जी ने आरजी कर अस्पताल में महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के दोषियों को सजा देने की मांग की. उन्होंने मंत्रियों, सांसदों, विधायकों और अन्य नेताओं के साथ मौलाली से डोरीना क्रॉसिंग तक मार्च निकाला. घटना पर राजनीति शुरू होने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, "सीपीआईएम और भाजपा ने आरजी कर अस्पताल में तोड़फोड़ की है. आधी रात के बाद डीवाईएफआई ने पार्टी का झंडा और भाजपा ने राष्ट्रीय ध्वज ले लिया. यह सब बंद होना चाहिए." उन्होंने कहा, "हमें भी आना पड़ा क्योंकि वे इस पर राजनीति करने आए थे." तोड़फोड़ की घटना की निंदा करते हुए उन्होंने कहा, "ड्यूटी पर तैनात लोगों को हर घंटे मरीजों की स्थिति देखनी पड़ती है. डॉक्टरों को भी पुलिस की तरह कड़ी मेहनत करनी पड़ती है."
तृणमूल सुप्रीमो ने आरजी कर बलात्कार और हत्या के मुद्दे पर भाजपा पर निशाना साधा. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा नेता आरजी कर घटना के बारे में गलत सूचना फैला रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कटाक्ष करते हुए कहा, "आज आप इन सबके साथ जिन पैर पर खड़े हैं उसमें एक पैर नीतीश और चंद्रबाबू का है. उन्होंने कहा कि देश में कहीं भी एक भी महिला मुख्यमंत्री नहीं रही. मेरे लिए भाई, बहन, हिंदू, सिख सभी समान हैं. हम चरित्र हनन या असभ्यता नहीं करते."