पटना: बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में 12 फरवरी सोमवार कोएनडीए सरकार सदन में विश्वास मत हासिल करेगी. फ्लोर टेस्ट से बिहार की सियासत में हलचल तेज हो गई है. वहीं हैदराबाद से बिहार कांग्रेस के विधायक रविवार को पटना पहुंच गये. कांग्रेस के विधायक पटना एयरपोर्ट से सीधे तेजस्वी यादव के आवास में शिफ्ट हो चुके हैं. बता दें कि राजद और वाम दल के विधायक तेजस्वी के आवास पर पहले से टिके हुए हैं.
हैदराबाद से पटना पहुंचे कांग्रेस विधायक: बिहार में सबसे पहले कांग्रेस ने टूट के डर से अपने 16 विधायकों को हैदराबाद भेज दिया था. कांग्रेस विधायक विमान से शाम पांच बजे पटना हवाई अड्डे पर उतर गये. कांग्रेस विधायक सोमवार तक राजद और वाम दलों के विधायकों के साथ रहेंगे. दरअसल, रविवार को कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह सुबह हैदराबाद से पटना लौटे. इसके बाद वो तेजस्वी यादव के सरकारी बंगले पर गए और विधायकों के ठहरने का जायजा लिया.
"कांग्रेस विधायकों को लेकर अफवाह ज्यादा फैलाया गया था. सभी विधायक हैदराबाद से आ रहे हैं. तेजस्वी यादव के आवास पर बैठक है. हमारे अध्यक्ष अखिलेश सिंह भी तेजस्वी यादव के आवास पर हैं. उनसे मुलाकात करने हम जा रहे हैं. महागठबंधन घटक दल के सभी नेता एक हैं. उसमें कोई छोटा कोई बड़ा नहीं है. हम लोग एक जुटता के साथ काम कर रहे हैं और बिहार में जिस तरह की राजनीति हो रही है उसे सब लोग देख रहे है और हमारे जो नेता हैं वो ही इसको लेकर रणनीति बना रहे है. हमलोग मजबूती से उसके साथ हैं."-सिद्धार्थ सौरभ, विधायक, कांग्रेस
एनडीए के पास 128 विधायकों का समर्थन: एनडीए के पास 128 विधायकों का समर्थन है. बहुमत का आंकड़ा 122 का है.7 विधायक कोई भी खेल कर सकते हैं. वैसे, फ्लोर टेस्ट से पहले बड़े खेल का दावा विपक्ष कर रहा है विधायकों की संभावित टूट से बिहार की सभी पार्टियां सहमी हुई हैं. पार्टी के सिर्फ 19 विधायक होने के बावजूद कांग्रेस विश्वास मत से पहले विभाजन की आशंका से ग्रस्त थी, यही कारण है कि उसने अपने विधायकों को हैदराबाद भेजा गया था. सभी पार्टियां अपने-अपने विधायकों पर नजर रख रही है. बीजेपी के विधायक भी बोधगया से पटना आ रहे हैं.
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