पटना:कांग्रेस नेता राहुल गांधी के आने से एक दिन पहले ही बिहार में नई सरकार का आगमन हुआ है. वहीं आज भारत जोड़ो न्याय यात्रा करते हुए राहुल गांधी बंगाल के बॉर्डर से बिहार में दाखिल हो गए हैं. यह यात्रा बंगाल से सटे किशनगंज के फरानगोला चौक पर आज पहुंची है, जहां राहुल का स्वागत करने के लिए बिहार कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश सिंह, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा, राज्यसभा सांसद रंजीत रंजन और अन्य कई लोग मौजूद रहे.
बीजेपी-आरएसएस पर भड़के राहुल: भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान लोगों को संबोधित करते हुए कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि देश में आरएसएस और बीजेपी की विचारधारा ने हिंसा और नफरत फैला रखी है. भाई-भाई से लड़ रहा है, एक धर्म का व्यक्ति दूसरे धर्म के व्यक्ति से लड़ रहा है, भाषाओं के बीच लड़ाई हो रही है. हम जानते थे कि ये मोहब्बत का देश है. नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खुलनी चाहिए.
"हिंदुस्तान की राजनीति पर यात्रा का बहुत बड़ा असर पड़ा है. एक विचारधारा जो भाजपा देश के सामने रोज रखती है, नफरत, हिंसा. उसके खिलाफ एक नई विचारधारा खड़ी हुई, मोहब्बत. जितनी भी कोशिश कर लो नफरत को नफरत नहीं काट सकती, नफरत को सिर्फ प्यार काट सकता है."-राहुल गांधी, सांसद, कांग्रेस
राहुल के आगमन से पहले नई सरकार: राहुल अगले चार दिनों में सात जिलों की यात्रा करेंगे. इससे पहले जब राहुल बिहार आए थे, तब बीजेपी के खिलाफ सभी विपक्षी दलों ने पटना से रणनीति बनाने की शुरुआत की थी, जिसमें नीतीश कुमार भी अहम भूमिका में थे. भारत जोड़ो न्याय यात्रा के तहत राहुल का आज सीमांचल आगमन हो रहा है. वहीं उनके स्वागत में कांग्रेस के 19 विधायक मौजूद रहेंगे. राहुल के से पहले ही बिहार की सराकर में भारी बदलाव हुआ है.
राहुल की इन चार सीटों पर होगी नजर:बता दें कि इस यात्राके दौरान राहुल किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया, सासाराम जैसी चार सीटों को कवर करेंगे. वहीं बिहार के बाद उनकी यात्रा आगे झारखंड से होते हुए गुजरेगी. झारखंड की ज्यादातर सीटें बिहार की सीमावर्ती है जिसकी वजह इस यात्रा का इस पर खास प्रभाव नजर आ सकता है.