पटना: जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर को उनकी तबीयत बिगड़ने के बाद पटना के मेदांता अस्पताल के ICU में भर्ती कराया गया है. आज सुबह उनकी हालत गंभीर होने पर चिकित्सकों ने उन्हें तुरंत पटना के मेदांता अस्पताल में आईसीयू में शिफ्ट किया गया है. अस्पताल जाने से पहले प्रशांत किशोर ने कहा कि उनका आमरण अनशन जारी रहेगा. प्रशांत किशोर के समर्थक और राजनीतिक सहयोगी उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं.
"प्रशांत किशोर को कुछ तकलीफ थी. उन्हें मंगलवार को मेदांता अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया है. डॉक्टर जांच कर रहे हैं. फिलहाल मेदांता अस्पताल के ICU में उनका इलाज चल रहा है. अभी उनकी तबीयत स्थिर है." -रविशंकर सिंह, वरिष्ठ डॉक्टर
पिछले 6 दिनों से आमरण अनशन कर रहे प्रशांत किशोर की देर रात तबियत बिगड़ने की वजह से उन्हें पटना के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अभी उनकी हालत स्थिर है। अनशन जारी रहेगा। pic.twitter.com/9D7WFJJfHc
— Jan Suraaj (@jansuraajonline) January 7, 2025
प्रशांत किशोर ICU में भर्ती : जानकारी के अनुसार, मंगलवार की सुबह उनकी हालत अच्छी नहीं थी. उनके शरीर में कमजोरी महसूस हो रही थी और वे बुरी तरह थक चुके थे. इसके बाद एक मेडिकल टीम उनके पटना स्थित आवास पर पहुंची और उनकी जांच की. मेदांता अस्पताल के वरिष्ठ डॉक्टर ने उनका मेडिकल परीक्षण किया और स्थिति को गंभीर देखते हुए उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी.
सोमवार को पुलिस ने किया था गिरफ्तार: सोमवार तड़के चार बजे पुलिस टीम ने प्रशांत किशोर को गांधी मैदान से गिरफ्तार कर ली थी. इसके बाद उन्हें एम्स ले जाया गया था. इस बीच पटना पुलिस ने धरनास्थल को खाली करा लिया. पुलिस ने जिस वक्त ये कार्रवाई की उस समय पीके अपने समर्थकों के साथ धरना स्थल पर सो रहे थे. इसके बाद प्रशांत किशोर को कोर्ट ने सशर्त जमानत दी थी लेकिन उन्होंने इसे स्वीकार नहीं किया.
फिर कोर्ट में पेश करना: आखिरकार, कोर्ट ने बिना किसी शर्त के जमानत दे दी. जिसके बाद वो जेल सभी बाहर आए और अपने आवास गए. इससे पहले भी कोर्ट ने प्रशांत किशोर को बेल बॉन्ड में कुछ शर्तों के साथ जमानत दे दी थी, लेकिन उन्होंने उन शर्तों को मानने से इनकार कर दिया था और जेल जाने का रास्ता चुना था. उन्होंने यह भी कहा था कि जेल से ही अनशन जारी रहेगा.
बीपीएससी अभ्यर्थियों के पक्ष में अनशन पर बैठे थे प्रशांत: प्रशांत किशोर पिछले पांच दिनों से बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) छात्रों के समर्थन में आमरण अनशन पर थे. उन्होंने 2 जनवरी से अपनी भूख हड़ताल शुरू की थी, ताकि BPSC द्वारा आयोजित परीक्षा में आए हुए विवादों और परीक्षा परिणामों में गड़बड़ी के खिलाफ आवाज उठाई जा सके. आधी रात के बाद करीब 4 बजे सुबह प्रशांत किशोर को हिरासत में लेने के लिए पटना पुलिस की टीम गांधी मैदान पहुंची और उनको जबरन अपने साथ ले गई.
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