रांचीः बहुचर्चित मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के तहत अब झारखंड के 18-50 साल की महिलाओं को प्रतिमाह 2500 रुपया मिलेगा. राज्य सरकार द्वारा नामकुम के खोजाटोली आर्मी कैंप मैदान में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोमवार 06 जनवरी को जारी किया. इस मौके पर 56 लाख 61 हजार 791 लाभुकों के बीच 1415 करोड़ 44 लाख 77 हजार रुपया राशि उनके खाते में मुख्यमंत्री के द्वारा डीबीटी के जरिए बटन दबाकर जारी किया गया.
नामकुम स्थिति खोजाटोवी आर्मी मैदान में राज्यभर से बड़ी संख्या में पहुंची महिलाओं ने इस दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और विधायक कल्पना सोरेन का ग्रैंड वेलकम किया. पुष्पवर्षा कर सीएम ने ना केवल महिलाओं का अभिवादन किया बल्कि कार्यक्रम के दौरान बीच-बीच में आतिशबाजी कर इसे भव्य रुप देने की कोशिश की गई. इस दौरान मुख्यमंत्री ने सभास्थल में मौजूद महिलाओं से बातचीत की और मिलनेवाले पैसों के खर्च के बारे में जाना. इस दौरान महिलाओं ने बड़े ही बेबाकी से सीएम को पैसा खर्च करने की योजना बताई. किसी ने बच्चे की पढाई पर पैसा खर्च करने की बात कही तो किसी ने स्वास्थ्य और घरेलू खर्च की बात कही.
महिला सशक्तिकरण का बड़ा कदम है मंईयां सम्मान योजना- सीएम
इस मौके पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने संबोधित करते हुए राज्य की गरीबी पर चिंता जताते हुए इस योजना को महिला सशक्तिकरण की दिशा में एतिहासिक कदम बताया. उन्होंने इस राज्य को विकसित राज्य बनाने का आह्वान करते हुए कहा कि आप सभी महिलाओं को विशेष जिम्मेदारी है. सरकार ने एक ऐसी व्यवस्था दी है जिसके माध्यम से आप ना केवल सपना देखेंगे बल्कि इसे पूरा करेंगे. जब हमने एक हजार इस योजना के तहत देना शुरू किया तो विरोधी हमारा मजाक उड़ाते थे और साजिश के तहत विरोधी झूठा वादा करने लगे.
विरोधियों को निशाने पर लेते हुए सीएम ने कहा कि हमसे सवाल पूछे जाने लगे कि कहां से पैसा लाओगे हमने उनसे पूछा आप कहां से लाओगे. फिर जब हमने 2500 रुपया चुनाव से पूर्व देने की घोषणा की तो विरोधी को पच नहीं रहा था मगर आपने हमारी बातों पर विश्वास किया इसके लिए बहुत बहुत धन्यवाद. माताएं इन पैसों से बच्चे को पढ़ा सकते हैं, घर का सिलिंडर खरीद सकते हैं, त्योहार में आप कपड़ा भी खरीद सकते हैं. कमजोर महिला खुद और बच्चों को भी पौष्टिक आहार भी खरीद सकते हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि जो भी महिलाओं को नजरअंदाज करेगा वो कभी भी सत्ता में नहीं आएगा.
झारखंड के प्रति केंद्र हमेशा से करती रही है भेदभाव- सीएम