आईएएस अधिकारी के फेक अकाउंट के जरिए ज्योतिष से साइबर फ्रॉड
Raipur cyber fraud: आईएएस अधिकारी के फेक अकाउंट के जरिए ठगी का मामला सामने आया है. ज्योतिष प्रियाशरण त्रिपाठी से ठगों ने 85 हजार रुपए ठग लिए हैं. फिलहाल पुलिस इस मामले की जांच में जुटी हुई है.
रायपुर: छत्तीसगढ़ में इन दिनों साइबर ठग काफी एक्टिव हैं. साइबर ठग अलग-अलग तरीके से लोगों को अपने झांसे में लेकर ठगी की वारदात को अंजाम दे रहे हैं. चाहे सोशल मीडिया के माध्यम से हो या फिर किसी और माध्यम से, ठग नए-नए तरीके अपनाकर लोगों के अकाउंट से पैसे गायब कर रहे हैं. रायपुर में इस बार साइबर ठगी के शिकार पंडित प्रियाशरण त्रिपाठी हुए हैं.
फेक अकाउंट के जरिए बनाया शिकार:दरअसल, प्रियाशरण त्रिपाठी पेशे से ज्योतिष और वास्तुविद हैं. साइबर ठग ने आईएएस सोनमणि बोरा का फेक फेसबुक अकाउंट बनाकर आर्मी अधिकारी के घरेलू सामान बेचने के लिए फेसबुक में फोटो पोस्ट किया था. इन सामानों की कीमत उन्होंने 95 हजार रुपए बताई थी. साइबर ठग के दिए गए अकाउंट नंबर में पंडित प्रिया शरण त्रिपाठी ने ऑनलाइन 18 बार ट्रांजैक्शन कर लगभग 85 हजार रुपए ट्रांसफर कर दिए. ठगी का एहसास होने के बाद उन्होंने सिविल लाइन स्थित साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराई.
आईएएस अधिकारी सोनमणि बोरा के फेसबुक आईडी पर घरेलू सामान बेचे जाने का फोटो पोस्ट किया गया था. यह सामान आर्मी के किसी अधिकारी के द्वारा बेचा जा रहा था. इस सामान में एसी, वॉशिंग मशीन, फ्रिज, डाइनिंग टेबल, पलंग जैसे सामान कम कीमत में बेचने का फोटो पोस्ट किया गया था. जिस शख्स ने यह फोटो पोस्ट किया था, उसने अपने आप को नागपुर में तैनात आर्मी का अधिकारी बताया. सामान की कीमत 95 हजार रुपये बताई थी. 18 बार में लगभग 85 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए. इसके बाद ठग ने कहा कि आप एक बार में ही 95 हजार रुपये ट्रांसफर कर दीजिए. इसके बाद मुझे ठगी का एहसास हुआ. मैंने आईएएस अधिकारी सोनमणि बोरा से बात की, तो उन्होंने बताया कि किसी ने उनकी फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर फोटो पोस्ट की है.-पंडित प्रिया शरण त्रिपाठी, ज्योतिष
जांच में जुटी पुलिस:बता दें कि इस पूरे मामले में साइबर सेल और एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट के प्रभारी वीरेंद्र चंद्रा ने जानकारी दी कि पंडित प्रिया शरण त्रिपाठी ने अपने साथ हुए साइबर ठगी का मामला दर्ज कराया है. उन्होंने साइबर ठग को एक ही खाते में 18 बार में 700 रुपये, 5 हजार, 10 हजार करके लगभग 85 हजार रुपए ट्रांसफर कर दिए. वहीं, शिकायत के बाद साइबर सेल ने नंबर की जांच की. जांच में पता चला कि नंबर राजस्थान के मेवात का है. फिलहाल पुलिस इस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है.