कोलकाता:न्यूज एजेंसीआईएएनएस के मुताबिक, केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) भूमि कब्जा, जबरन वसूली और महिलाओं के यौन उत्पीड़न मामले की जांच के लिए पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में एक कैंप ऑफिस खोलेगी. पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद हुई हिंसा के सिलसिले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की एक टीम ने शुक्रवार को पूर्वी मिदनापुर में 2 टीएमसी नेताओं के घर छापेमारी की. सूत्रों ने कहा कि कैंप ऑफिस की सुरक्षा के लिए केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के जवानों की दो प्लाटून संदेशखाली में तैनात की जाएगी.
कैंप ऑफिस खोलने से जांच की गति में तेजी आएगी. सीबीआई अधिकारियों को रोजाना कोलकाता से संदेशखाली आना-जाना नहीं पड़ेगा. इससे स्थानीय लोग शिकायत दर्ज करा सकते हैं, खास कर वो लोग जो ईमेल से शिकायत दर्ज नहीं करा पाते. स्थानीय लोग कोलकाता जाने के बजाय कैंप ऑफिस में ही अपनी शिकायतें ले कर आ सकते हैं. हालांकि, सूत्रों ने कहा कि शिकायतों को भौतिक रूप से दाखिल करने की प्रक्रिया के अलावा ई-फाइलिंग की व्यवस्था भी जारी रहेगी.
साथ ही, सीबीआई अधिकारी कैंप ऑफिस में ही गवाहों या संदिग्धों से पूछताछ कर सकेगी. सूत्रों ने बताया कि यह निर्णय इन आरोपों के बाद लिया गया है कि स्थानीय महिलाओं पर यौन उत्पीड़न की शिकायतें वापस लेने का दबाव है. चूंकि सीबीआई अधिकारी ग्राउंड जीरो से काम करेंगे, इससे पीड़ितों के बीच विश्वास पैदा करने में मदद मिलेगी, जबकि पीड़ितों को होने वाले खतरों से भी काफी हद तक बचा जा सकेगा.