बेंगलुरु:शहरमें अक्टूबर महीने में रिकॉर्ड 245 मिमी बारिश हुई. शहर के चौडेश्वरी नगर में 160 मिमी बारिश हुई जो इतिहास में सबसे अधिक बारिश है. बेंगलुरु में पिछले तीन दिनों से हो रही बारिश ने कई जगहों पर तबाही मचाई. शहर के कई बड़े अपार्टमेंट और लेआउट पानी में डूब गए हैं.
येलहंका, महादेवपुरा और दशरहल्ली इलाकों में पिछले 72 घंटों में भारी बारिश हुई. इसके कारण सभी झीलें भर गई. राजकालुवे में अधिक पानी बहने से कई इलाकों में पानी भर गया. आधिकारिक जानकारी के अनुसार चौडेश्वरी शहर में 160 मिमी बारिश हुई है जो रिकॉर्ड है.
मौसम परिवर्तन के कारण पिछले तीन-चार दिनों से कई इलाकों में लगातार बारिश हो रही है. नगर निगम, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, फायर ब्रिगेड की टीमें जल भराव वाले क्षेत्रों की निगरानी, प्रबंधन और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत प्रतिक्रिया देने के लिए चौबीसों घंटे काम कर रही हैं.
केंद्रीय विहार से 600 परिवारों के 2,500 निवासियों को निकाला गया. 5 लीटर क्षमता वाली 3,500 पानी की बोतलें वितरित की गई. 1,000 लीटर दूध और 2,000 बिस्किट पैकेट वितरित किए गए. 1,000 नाश्ते के पैकेट, 6,600 भोजन के पैकेट वितरित किए गए. अधिकारियों ने कहा कि येलहंका जोन के 4 इलाकों को छोड़कर बाकी जगहों पर समस्या का समाधान हो गया.
ये इलाके जलभराव से प्रभावित
यलहंका जोन में केंद्रीय विहार अपार्टमेंट, रामनश्री कैलिफोर्निया, चित्रकोटा अपार्टमेंट, बदरप्पा लेआउट, बालाजी लेआउट, सुरभि लेआउट, सोमेश्वर बरंगे, टिंडलू रोड बसवा समिति, टाटा नगर, चिक्का बोम्मासंद्रा, अंजनेय लेआउट, वयानंदन लेआउट, फातिमा लेआउट, एमएस पाल्या, यारप्पा गार्डन, अंबेडकर कॉलोनी, महादेवपुर सेक्टर साईं बाबा लेआउट, वड्डारा पाल्या, होरामवु मराठाहल्ली, आरबी दाई रायम्बो लेआउट, कोट्टानूर-बालाजी लेआउट, विप्रो एरिया, सरजापुरा रोड, दशरहल्ली सेक्टर निसर्ग लेआउट, सप्तगिरि लेआउट, पार्वती लेआउट, मिट्टा लेआउट, पीन्या औद्योगिक क्षेत्र, बेलमार्ग लेआउट सहित कई स्थानों पर पानी जमा हो गया है.
बारिश से होने वाली प्रमुख समस्याएं
1. बाढ़ में डूबे घरों की संख्या : 1079
2. बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों की संख्या : 30
3. गिरे पेड़ों की संख्या : 199
राहत बचाव टीम की तैनाती
1. एनडीआरएफ टीम: 1 बटालियन