त्रिशूर: केरल के त्रिशूर में बुधवार की सुबह जंगली हाथी ने एक और व्यक्ति की जान ले ली. मृतक की पहचान प्रभाकरण के रूप में हुई है. थमारा वेल्लाचल आदिवासी कॉलोनी का रहनेवाला था. हाथी के हमले के बाद वन विभाग की टीम और स्थानीय पुलिस को दी गयी. पुलिस ने जंगल से प्रभाकरण का शव बरामद किया. लोगों के अनुसार प्रभाकरण बुधवार सुबह पीची जंगल किसी काम से गया था. जहां, जंगली हाथी ने कुचलकर मार डाला.
पहले भी हो चुका है हमलाः केरल में पिछले कुछ दिनों में हाथियों के हमले में कई लोगों की मौत हो चुकी है. दो हफ्ते में पांच लोगों की मौत की पुष्टि हुई है. 11 फरवरी को मेप्पाडी के अट्टामाला में एक दुखद घटना घटी, जब कट्टुनायका आदिवासी समुदाय के 26 वर्षीय बालकृष्णन को जंगली हाथी ने मार डाला. इसी तरह का हमला सुल्तान बाथरी के नूलपुझा में हुआ, जहां पनिया समुदाय के 45 वर्षीय मनु की जान चली गई.
महिला को कुचलकर मार डाला थाः इडुक्की के पेरूवन्थानम में एक जंगली हाथी ने सोफिया इस्माइल (45) नामक महिला को कुचलकर मार डाला. सोफिया जब पास की एक नदी में नहाने गई थी और घर नहीं लौटी तो उसे तलाश करने पर मृत पाया गया. एक और हालिया हमला तिरुवनंतपुरम में भी हुआ, जहां वेंकोल्ला के निवासी बाबू (54) तीन दिन की तलाश के बाद मृत पाए गए. वह जंगल में लकड़ी इकट्ठा करते समय लापता हो गया था. उसकी मौत का कारण भी हाथी का हमला बताया जा रहा है.
लोगों में दहशत का माहौलः बता दें कि पिछले पखवाड़े जंगली हाथियों के हमलों में वृद्धि हुई है. केरल के वन क्षेत्र के आसपास रहनेवाले मनुष्यों और वन्यजीवों के बीच संघर्ष बढ़ा है. इससे जंगल के आसपास रहनेवाले लोग चिंति हैं. वन्य जीव प्रेमी भी हाथियों के इस हमले को लेकर चिंता जाहिर कर रहे हैं. हाथियों के हमले ने राजनीतिक बहस को भी जन्म दिया है. लोगे, स्थानीय प्रशासन के खिलाफ नाराजगी जाहिर कर रहे हैं.
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