पलामू:झारखंड के गढ़वा के भवनाथपुर इलाके में कर्ज नहीं चुकाने पर एक बच्चे को कथित तौर पर 14 दिनों तक बंधक बनाये जाने के मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. पूरे मामले में माइक्रो फाइनेंस कंपनी ने भी कार्रवाई करते हुए आरोपी बैंक मैनेजर को सस्पेंड कर दिया है और पूरे मामले की आंतरिक जांच भी करा रही है. कंपनी ने पूरे मामले को लेकर झारखंड के डीजीपी और गढ़वा एसपी को पत्र भी लिखा है. कंपनी का कहना है कि यह घटना बैंक मैनेजर के निजी स्तर पर हुई है. इस बीच सीडब्ल्यूसी ने भी पूरे मामले की अलग से जांच शुरू कर दी है. पुलिस टीम आरोपी बैंक मैनेजर से पूछताछ कर रही है.
बच्चे से उठवाई गई जूठे बर्तन और शराब की बोतलें
दरअसल, गढ़वा के भवनाथपुर इलाके में माइक्रो फाइनेंस कंपनी के मैनेजर और अन्य कर्मचारियों ने लोन नहीं चुकाने पर एक बच्चे को बंधक बना लिया था. इस दौरान बच्चे से जूठे बर्तन और शराब की बोतलें उठवाईं गईं. साथ ही बच्चे की आंखें और किडनी बेचने की धमकी भी दी गई. शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने आरोपी बैंक मैनेजर को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि एक आरोपी फरार हो गया है.
इस बीच, पूरे मामले में गढ़वा पुलिस ने एक विशेष टीम का गठन किया है, जबकि जांच की जिम्मेदारी बाल कल्याण समिति को भी दी गई है. कंपनी ने पूरे मामले में कार्रवाई करते हुए आरोपी बैंक मैनेजर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है और उसके खिलाफ आंतरिक जांच भी शुरू कर दी गई है. कंपनी की लीगल टीम की ओर से बताया गया है कि जो भी मामला हुआ है, वह बैंक मैनेजर के निजी स्तर पर हुआ है. मामले की जांच की जा रही है.
कंपनी आरबीआई से पंजीकृत है, जो भी मामला हुआ है वह बैंक मैनेजर के निजी स्तर पर हुआ है, मैनेजर को निलंबित कर दिया गया है, जांच बैठा दी गयी है. - अश्विनी कुमार पारिख, सदस्य, लीगल टीम, माइक्रो फाइनेंस कंपनी