रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 में 16 विधानसभा सीट जीतने के बाद झारखंड कांग्रेस ने आभार समागम का आयोजन किया. इसके तहत पार्टी अपने प्रदेश से लेकर जिले तक के नेताओं का आभार जताएगी. इस कार्यक्रम के बाद झारखंड कांग्रेस प्रभारी ने अमित शाह पर अंबेडकर विरोधी होने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि गृहमंत्री अमित शाह के चेहरे से संविधान और बाबा साहेब के खिलाफ नफरत का भाव झलकता है.
कांग्रेस के समागम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए प्रदेश प्रभारी और AICC के राष्ट्रीय महासचिव गुलाम अहमद मीर शामिल हुए. यहां उन्होंने कहा कि हमने भले ही 2019 से अधिक सीटें नहीं जीती. लेकिन जो सफलता हमें मिली है वह भी कम नहीं है. राज्य की छह विधानसभा सीटें ऐसी थी, जहां हम जीतते-जीतते हार गए. अगर इन छह सीटों को हम जीत जाते तो परिदृश्य कुछ और होता. गुलाम अहमद मीर ने कहा कि जिन विधानसभा सीट पर हमारी हार हुई है वहां की गहन समीक्षा हो रही है. हटिया विधानसभा सीट का नाम लेकर गुलाम अहमद मीर ने कहा कि यहां टिकट चाहने वालों की भरमार थी, ऐसे में अब उन टिकट चाहने वाले नेताओं के बूथ पर कितना कितना वोट मिला है. इसकी समीक्षा की जा रही है.
टिकट चाहने वाले कांग्रेस नेताओं को देनी होगी ये जानकारी
आभार समागम के दौरान गुलाम अहमद मीर ने कहा कि जो भी कांग्रेस नेता चाहते हैं कि उनका बायोडाटा दिल्ली जाए उनको अब आवश्यक रूप से यह बताना होगा कि विधानसभा और लोकसभा चुनाव में उनके बूथ और पार्टी या सहयोगी दलों को कितना वोट मिला और विपक्षी उम्मीदवार को कितना वोट मिला.
बाबा साहेब के अपमान के खिलाफ आंदोलन जारी रखने का प्रस्ताव पारित
कांग्रेस के आभार समागम में गुलाम अहमद मीर ने कहा कि संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर का अपमान करने वाले गृह मंत्री से आज पूरा देश इस्तीफा मांग रहा है. गुलाम अहमद मीर ने हाथ उठाकर सभी कांग्रेस नेताओं से यह प्रण करवाया कि वह गांव-गांव जाकर इस लड़ाई को तेज करेंगे.
ये छह विधानसभा सीट जीत जाते तो कांग्रेस की संख्या 22 होती
गुलाम अहमद मीर ने कहा कि 2024 झारखंड विधानसभा चुनाव में जो कामयाबी कांग्रेस को मिली है उसके लिए राज्य के हर कांग्रेसी को AICC की तरफ से मुबारकबाद है. उन्होंने कहा कि आप सब कहते थे कि हमारी भागीदारी सरकार में बढ़नी चाहिए तब हमने कहा था कि अधिक विधानसभा सीटें जीतिए, ऐसे में हम आज कह रहे हैं कि अगर नजदीकी मुकाबले में हम जो छह सीटें( बाघमारा, मांडू, जमशेदपुर पश्चिमी, बड़कागांव, हटिया और डालटनगंज) जीत जाते तो आज स्थितियां दूसरी होती.
26 दिसंबर को कर्नाटक के बेलगाम में एक्सटेंडेड CWC की बैठक
गुलाम अहमद मीर ने कहा कि महात्मा गांधी के 1924 में कांग्रेस के अध्यक्ष बनने के 100 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में कर्नाटक के बेलगाम में 26 दिसंबर को एक्सटेंडेड CWC का आयोजन किया जा रहा है. इस बैठक में एक एजेंडा और कार्यक्रम निकलेगा, जिस पर हमें आगे चलना होगा.
भाजपा और गृहमंत्री को माफी मांगना होगा- गुलाम अहमद मीर
लोकसभा परिसर में घटी घटना का आरोप नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर लगाने को मिथ्या आरोप बताते हुए गुलाम अहमद मीर ने कहा कि हमारा नेता फौलाद का है. न्यूज बटोरने और अंबेडकर के अपमान वाले मामले से ध्यान भटकाने के लिए राहुल गांधी पर आरोप लगाया गया है. उन्होंने कहा कि 06-07 जनवरी 2025 के बाद एक कैलेंडर जारी होगा, जिसके अनुसार हमारा एजेंडा और मिशन को घर घर पहुंचाया जाएगा.
अमित शाह के बयान पर देश में गुस्सा- मीर
गुलाम अहमद मीर ने कहा कि संविधान पर चर्चा के दौरान जिस तरह से गृहमंत्री ने संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर का अपमान किया है उससे देशवासी गुस्से में हैं. उन्होंने कहा कि गृहमंत्री ने जो कुछ कहा उससे बाबा साहेब भीम राव अंबेडकर के प्रति उनके अंदर का नफरत बाहर आ गया.
पांच लोग लाठी डंडे लेकर विपक्षी सांसदों को सदन में जाने से रोक रहे थे- मीर
संसद परिसर में हुई धक्कामुक्की की घटना पर गुलाम अहमद मीर ने कहा कि ऐसा लगता है कि गृह मंत्री अपना कंट्रोल खो बैठे हैं. इस वजह से वह अंबेडकर पर बयान देते हैं, उनका बयान यह दर्शाता है कि वह कितने फ्रस्टेशन में हैं. मीर ने कहा कि दरअसल अडानी प्रकरण से जुड़े मुद्दे को छिपाने के लिए ही बेवजह का राहुल गांधी पर बेबुनियाद आरोप मढ़ा जा रहा है.
गृहमंत्री अमित शाह पर तंज करते हुए गुलाम अहमद मीर ने कहा कि ऐसे व्यक्ति को देश के गृह मंत्री बनने का कोई हक नहीं है, जिन्हें देश के संविधान पर भरोसा ही ना हो. आखिर उनसे लोग कैसे इंसाफ या न्याय की उम्मीद करेंगे. संसद परिसर में हुई घटना पर उन्होंने कहा कि पांच लोग लाठी डंडे के साथ सदन के बाहर थे और विपक्ष को रोकने का प्रयास किया जा रहा था और इसी वजह से हंगामा हुआ था. गुलाम अहमद मीर ने कहा कि उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ भी धक्का मुक्की हुई, इसकी शिकायत भी दिल्ली पुलिस से की गई लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई.
समागम समारोह में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश, विधायक दल के नेता प्रदीप यादव, मंत्री डॉ इरफान अंसारी, दीपिका पांडेय सिंह, शिल्पी नेहा तिर्की, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय सहित राज्य भर के 800 से ज्यादा कांग्रेसी नेताओं ने भाग लिया.
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