आरा:सनातन धर्म को लेकर विवादित बयान देने वाले तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन के मंत्री बेटे उदयनिधि स्टालिन विवादों में घिर गए हैं, उनकी मुश्किलें अब बढ़ने वाली हैं. बिहरा की आरा कोर्ट ने तमिलनाडु के खेल विकास मंत्री उदयनिधि स्टालिन के खिलाफ संज्ञान लेते हुए समन जारी किया है. अब इस मामले में 1 अप्रैल को सुनवाई होगी. उदयनिधि स्टालिन ने पिछले साल 1 सितंबर 2023 को एक कार्यक्रम में सनातन धर्म पर टिप्पणी की थी, जिसपर खूब सियासत हुई थी.
सनातन धर्म पर टिप्पणी, मुश्किल में उदयनिधि स्टालिन :दरअसल आरा के अधिवक्ता धरणीधर पांडेय ने उदयनिधि स्टालिन के खिलाफ मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के न्यायालय में शिकायत दर्ज कराई थी. शिकायत दर्ज कराते हुए उन्होंने कहा था कि उदयनिधि के बयान से धार्मिक भावना को ठेस पहुंची है. उनके बयान से एक खास समुदाय आहत हुआ है.
दंड संहिता की धारा 298 के तहत संज्ञान :वहीं परिवाद की जांच के बाद आरा के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी मनोरंजन कुमार झा की कोर्ट ने माना है कि स्टालिन के बयान से धार्मिक भावना आहत हुई है. कोर्ट ने परिवादी और अन्य गवाहों की गवाही के बाद भारतीय दंड संहिता की धारा 298 के तहत संज्ञान लेते हुए उन्हें उदयनिधि स्टालिन को समन जारी करने का आदेश दिया है. इस मामले में तीन गवाहों की गवाही हुई है. एक अप्रैल को मामले की अगली सुनवाई होगी.
क्या कहा था उदयनिधि ने ?: आपको बता दें कि तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने पिछले साल एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सनातन धर्म की तुलना डेंगू और मलेरिया से की थी. उन्होंने कहा था कि कुछ चीजों का विरोध नहीं किया जा सकता, बल्कि उसे खत्म करना जरूरी है. जिस तरह हम डेंगू और मलेरिया का सिर्फ विरोध नहीं कर सकते, उसे खत्म करना भी जरूरी है. उसी प्रकार सनातन धर्म का न केवल विरोध किया जाना चाहिए, बल्कि उसे खत्म भी कर देना चाहिए. हालांकि विवाद बढ़ा तो उन्होंने अपने बयान पर सफाई भी दी थी.