उत्तराखंड के पौड़ी में वायुसेना ने ऑपरेशन को किया पूरा (वीडियो- ईटीवी भारत) श्रीनगर (उत्तराखंड):पौड़ी में तीन दिनों तक भारतीय वायुसेना के एमआई 17 हेलीकॉप्टर की मदद से आग बुझाई गई. जंगल की आग पर काफी हद तक नियंत्रण पाने के बाद अब वायुसेना की टीम और एमआई 17 हेलीकॉप्टर को वापस भेज दिया गया है. इन तीन दिनों में एमआई 17 ने डोभ श्रीकोट, बंगवाड़ी, अदवाणी और चुरकुंडी के जंगल की आग बुझाई. जिससे वन विभाग को काफी मदद मिली.
वायुसेना के एमआई 17 हेलीकॉप्टर से बुझाई गई आग (फोटो- ईटीवी भारत) पौड़ी के जंगलों में लगी आग (फोटो- ईटीवी भारत) बता दें कि, उत्तराखंड के जंगलों में आग लगी हुई है, जिस पर काबू पाना वन महकमे के लिए चुनौती साबित हो रहा है. यही वजह है कि आग को बुझाने के लिए वायु सेना की मदद लेनी पड़ रही है. पहले नैनीताल के जंगलों में लगी आग को बुझाने में वायुसेना के एमआई 17 हेलीकॉप्टर की मदद ली गई. जहां हेलीकॉप्टर से पानी बरसा कर आग को बुझाया गया. इधर, पौड़ी के जंगलों में लगी आग को काबू पाने के लिए एमआई 17 हेलीकॉप्टर को लगाया गया.
वायुसेना के एमआई 17 हेलीकॉप्टर ने पौड़ी में तीन दिनों तक आग बुझाने के लिए मोर्चा संभाले रखा. हालांकि, कल यानी 7 मई को वायुसेना को धुएं की वजह से अपना ऑपरेशन कुछ समय के रोकना पड़ा. धुंध छंटने के बाद फिर से वायुसेना के हेलीकॉप्टर ने पानी बरसाया. आज भी पौड़ी जिले में 11 वनाग्नि की घटनाएं हुई. जिनमें अदवाणी और खिर्सू मार्ग पर चुरकुंडी के जंगल में भीषण आग लगी रही. जिसे लेकर एमआई 17 हेलीकॉप्टर सुबह से ही अलकनंदा नदी पर बने जीवीके डैम से पानी भरकर जंगल की आग शांत होने तक बौछार करता रहा.
वायुसेना का एमआई 17 हेलीकॉप्टर (फोटो- ईटीवी भारत) वहीं, वनाग्नि पर काबू पाने के लिए चलाए गए बांबी बकेट ऑपरेशन को पूरा करने के बाद अब वायुसेना की टीम एमआई 17 हेलीकॉप्टर के साथ पौड़ी जिले से वापस लौट गई है. वहीं, पौड़ी डीएम आशीष चौहान ने बताया कि मौसम विभाग ने 12 मई तक बारिश की संभावना जताई है. जिससे वन विभाग को राहत मिल सकती है. फिर भी अगर वनाग्नि की घटनाएं बढ़ी तो फिर से वायुसेना से मदद मांगी जाएगी.
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