पटना:गुरुवार को सुबह 11 बजे पटना जंक्शन के पास स्थित एक होटल में लगी भीषण आग से 6 लोगों की मौत हो गई. खबर के मुताबिक गंभीर रूप से जख्मी दो और लोगों ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया है. कुल 45 लोगों का रेस्क्यू किया गया था. करीब 4-5 घंटे की कड़ी मेहनत के बाद इस भीषण आग पर फायर ब्रिगेड की टीम ने काबू पाया. इस घटना ने एक बार फिर से होटलों की फायर सेफ्टी की पोल खोल कर रख दी है. एफएसएल की टीम और एनडीआरएफ की टीम मामले की जांच में जुटी है.
पटना में आग से 6 लोगों की मौत: राजधानी पटना के स्टेशन के पास स्थित गोलंबर इलाके की इस घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया है. 6 लोगों की मौत के बाद एक बार फिर से फायर सेफ्टी के मानकों को देखा जा रहा है. अग्निशमन विभाग की डीजी शोभा अहोतकर ने पूरे मामले में कहा कि प्रथम दृष्ट्या ऐसा प्रतीत हो रहा है कि सिंलेडर पर खाना पकाने के दरमियान आग लगी होगी. फायर सेफ्टी के मानकों का ख्याल रखा जाता तो इतनी बड़ी घटना नहीं होती.
'फायर सेफ्टी के मानकों का नहीं रखा गया ख्याल': अग्निशमन विभाग की डीजी शोभा अहोतकर ने बताया कि आए दिन होटल को फायर सेफ्टी का निर्देश दिया जाता है, लेकिन इन लोगों के द्वारा ध्यान नहीं दिया जाता है. कहीं ना कहीं कहा जा सकता है कि होटल में फायर सेफ्टी का ख्याल नहीं रखा गया था जिसके कारण इतनी बड़ी घटना हुई है. हालांकि पूरे मामले की जांच फिलहाल चल रही है. साथ ही इस आग के कारण करोड़ों का पाल होटल पूरी तरह से जल चुका है. इस होटल का चेन है, अनुमान के मुताबिक आग की इस घटना में 11 से 12 करोड़ का नुकसान हुआ है. हालांकि इसकी पुष्टि नहीं की गई है.
"जांच के बाद होटल पर कार्रवाई होगी. हमने सबका ऑडिट किया है. ऐसे कन्जेस्टेडएरिया पर हमारा फोकस रहता है. एसडीओ को हमने कार्रवाई करने को कहा है. इनपर कड़ी कार्रवाई होगी. फायर ब्रिगेड के कर्मियों के द्वारा काफी सराहनीय कार्य किया गया है. वहीं कोतवाली थाने की पुलिस के द्वारा भी काफी अच्छा कार्य किया गया. इन लोगों के नाम गैलेंट्री के लिए भी नामित किए जाएंगे."-शोभा अहोतकर, डीजी, फायर ब्रिगेड