लखनऊ:22 जनवरी को भगवान राम की नगरी अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होने के बाद 23 जनवरी को बड़ी संख्या में श्रद्धालु भगवान राम के दर्शन करने पहुंच गए. इससे वहां पर भीड़ इतनी ज्यादा बढ़ गई कि अयोध्या के जिलाधिकारी ने परिवहन निगम को यात्री लेकर बसों को कम से कम दो घंटे अयोध्या की तरफ न भेजने की बात कही. इसके बाद परिवहन निगम ने लखनऊ समेत अन्य जिलों से अयोध्या के लिए बसों का संचालन बंद कर दिया. 100 खाली बसें अयोध्या के लिए भेजी (roadways buses sent to ayodhya) गयीं. इनमें से 20 बसें लखनऊ की थीं. आठ घंटे बाद शाम को अयोध्या के लिए बसों का संचालन बहाल हुआ.
उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के प्रधान प्रबंधक व प्रवक्ता अजीत सिंह ने बताया कि अयोध्या में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुट गई थी. इससे वहां पर आवागमन प्रभावित हो रहा था. अयोध्या के जिलाधिकारी ने यात्रियों से भारी बसें अब अयोध्या की तरफ कम से कम दो घंटे न भेजने की बात कही है. इसके बाद परिवहन निगम की तरफ से अयोध्या में जमा हुए श्रद्धालुओं को अन्य स्थान पर भेजने के लिए 100 खाली बसें अयोध्या की तरफ भेजी गयी हैं.
प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से यह बसें रवाना की गई हैं. उन्होंने बताया कि लखनऊ परिक्षेत्र से भी 20 खाली बसें अयोध्या भेजी गई हैं, जिससे श्रद्धालुओं को अयोध्या से निकालकर उनकी मंजिल की तरफ भेजा जा सके. अयोध्या में जब भीड़ कम होगी तो फिर से लखनऊ समेत अन्य स्थानों से अयोध्या के लिए बसों का संचालन शुरू कर दिया जाएगा. 22 जनवरी को राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होने के बाद 23 जनवरी से आम जनता के लिए भगवान राम के दर्शन को मंदिर के द्वार खोल दिए गए. इसके बाद अयोध्या में सुबह तीन बजे से ही कई हजार श्रद्धालु दर्शन के लिए एकत्रित हो गए.
आलम यह हुआ कि अयोध्या की तरफ आने जाने वाले मार्ग जाम होने लगे. यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए डीएम के अनुरोध पर परिवहन निगम ने दो घंटे के लिए फिलहाल यात्रियों की ले जाने वाली बसों का संचालन रोक दिया है. खाली बसों को अयोध्या के लिए भेजा गया है.