नई दिल्ली: स्टार्टअप की तेज रफ्तार दुनिया में 1 बिलियन डॉलर का मूल्यांकन प्राप्त करना एक प्रतिष्ठित बात है, जो न केवल वित्तीय सफलता को दिखाता है. बल्कि बाजार प्रभाव और दूरदर्शी नेतृत्व को भी दिखाता है. तेजी से बढ़ते स्टार्टअप इकोसिस्टम के साथ कई यूनिकॉर्न स्टार्टअप के उदय का गवाह बना है जो उद्योगों में क्रांति ला रहे हैं. बाजारों को नया रूप दे रहे हैं और वैश्विक मंच पर अपनी पहचान बना रहे हैं.
ये कंपनियां जिन्हें अक्सर यूनिकॉर्न कहा जाता है, बिजनेस परिदृश्य में इनोवेशन और महत्वाकांक्षा का प्रतीक हैं. आज हम इस खबर के माध्यम से जानेंगे कि इस साल यूनिकॉर्न क्लब में शामिल होने वाली भारतीय स्टार्टअप के बारे में. साल 2024 भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम के लिए एक उल्लेखनीय साल रहा है, जिसमें छह स्टार्टअप कंपनियों ने 1 बिलियन डॉलर के मूल्यांकन के निशान को पार किया है. इलेक्ट्रिक वाहनों से लेकर AI, फिनटेक और राइड-हेलिंग तक इन स्टार्टअप ने यूनिकॉर्न क्लब में शामिल हुई.
2024 में यूनिकॉर्न क्लब में शामिल होने वाले भारतीय स्टार्टअप
- एथर एनर्जी- बेंगलुरू स्थित इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर मेकर एथर एनर्जी, नेशनल इन्वेस्टमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर फंड (NIIF) से 600 करोड़ रुपये जुटाने के बाद अगस्त 2024 में यूनिकॉर्न बन गई. इस फंडिंग राउंड में कंपनी का मूल्य 1.3 बिलियन डॉलर आंका गया. तरुण मेहता और स्वप्निल जैन ने साल 2013 में स्थापित किया और एथर एनर्जी भारत के EV क्षेत्र में लीडिंग रही है.
- क्रुट्रिम- जनवरी 2024 में भाविश अग्रवाल द्वारा स्थापित क्रुट्रिम इस साल का भारत का पहला एआई यूनिकॉर्न बन गया. स्टार्टअप ने Z47 के नेतृत्व में एक फंडिंग राउंड में 50 मिलियन डॉलर जुटाए, अपनी स्थापना के एक साल के भीतर 1 बिलियन डॉलर का मूल्यांकन हासिल किया. क्रुट्रिम बड़े भाषा मॉडल (एलएलएम) विकसित करने में माहिर है और सामान्य कंप्यूटिंग और एज एप्लिकेशन के लिए भारत की पहली घरेलू एआई चिप्स बनाने पर काम कर रहा है. ओपनएआई और गूगल जैसी वैश्विक दिग्गज कंपनियों के साथ-साथ सर्वमएआई जैसी घरेलू कंपनियों के साथ प्रतिस्पर्धा करते हुए क्रुट्रिम भारत के उभरते एआई इकोसिस्टम में अग्रणी है.
- मनीव्यू- लेंडिंग टेक स्टार्टअप मनीव्यू ने सितंबर 2024 में यूनिकॉर्न क्लब में प्रवेश किया, जिसने एक्सेल इंडिया और नेक्सस वेंचर्स से 1.2 बिलियन डॉलर के मूल्यांकन पर 4.6 मिलियन डॉलर जुटाए. 2014 में पुनीत अग्रवाल और संजय अग्रवाल द्वारा स्थापित मनीव्यू पर्सनल लोन, फाइनेंशियल मैनेजमेंट समाधान और क्रेडिट ट्रैकिंग सर्विस देता है.
- परफियोस- मार्च 2024 में, फिनटेक SaaS कंपनी परफियोस ने टीचर्स वेंचर ग्रोथ (TVG) से 80 मिलियन डॉलर जुटाए, जिससे इसका मूल्यांकन 1 बिलियन डॉलर से अधिक हो गया. इसे वीआर गोविंदराजन और देबाशीष चक्रवर्ती द्वारा 2008 में स्थापित किया. परफियोस 18 देशों में 1,000 से अधिक वित्तीय संस्थानों के लिए डेटा एकत्रीकरण और विश्लेषण समाधान देता है.
- रैपिडो- राइड-हेलिंग स्टार्टअप रैपिडो जुलाई 2024 में वेस्टब्रिज कैपिटल से 120 मिलियन डॉलर जुटाने के बाद यूनिकॉर्न क्लब में शामिल हो गया, जिसने 1 बिलियन डॉलर से अधिक का मूल्यांकन प्राप्त किया. ऋषिकेश एसआर, पवन गुंटुपल्ली और अरविंद संका द्वारा 2015 में स्थापित, रैपिडो बाइक टैक्सी, ऑटो ट्रांसपोर्टेशन और कैब सेगमेंट में काम करता है.
- रेटगेन- 2024 में यूनिकॉर्न क्लब में प्रवेश करने वाली एकमात्र लिस्टेड कंपनी रेटगेन यात्रा और आतिथ्य उद्योगों के लिए SaaS समाधान देती है. भानु चोपड़ा द्वारा 2004 में स्थापित, RateGain 100 देशों में 3,200 से अधिक ग्राहकों को सर्विस देता है.