नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2025 में विमानन क्षेत्र के लिए संशोधित उड़ान स्कीम का ऐलान किया. सीतारमण ने कहा कि संशोधित उड़ान योजना से अगले 10 वर्षों में 120 नए गंतव्यों/ स्थानों तक क्षेत्रीय संपर्क बढ़ाया जाएगा. इससे 4 करोड़ यात्री हवाई सफर कर सकेंगे. उन्होंने कहा कि यह योजना पहाड़ी क्षेत्रों, आकांक्षी जिलों और उत्तर-पूर्वी क्षेत्र के जिलों में हेलीपैड और छोटे हवाई अड्डों के निर्माण का भी समर्थन करेगी.
विमानन बजट के तहत अगले 10 वर्षों में 120 नए हवाई अड्डों को जोड़ा जाएगा. इसके अलावा, पटना हवाई अड्डे के विस्तार परियोजना के साथ-साथ बिहार में नए ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे भी बनाए जाएंगे. साथ ही, बिहटा में एक ब्राउनफील्ड हवाई अड्डा भी होगा.
Investment in Economy: Charting development across various sectors
— PIB India (@PIB_India) February 1, 2025
🔸 Modified UDAN scheme to be launched to enhance regional connectivity to 120 new destinations and carry 4 crore passengers in next 10 years
🔸 Maritime Development Fund with a corpus of Rs. 25,000 crore to be… pic.twitter.com/d0D7mLfUt6
सीतारमण ने कहा कि राज्य की भविष्य की जरूरतों को पूरा करने के लिए बिहार में ग्रीनफील्ड हवाई अड्डों की सुविधा दी जाएगी.
वित्त मंत्री सीतारमण ने कहा कि 'उड़ान' ने मध्यम वर्ग के 1.5 करोड़ लोगों को हवाई यात्रा की आकांक्षाओं को पूरा करने में सक्षम बनाया है. उन्होंने कहा कि इस योजना ने 88 हवाई अड्डों को जोड़ा है और 619 रूट्स को चालू किया है. इस सफलता से प्रेरित होकर, उड़ान योजना का नया संस्करण शुरू किया जाएगा.
सीतारमण ने कहा कि इस योजना न सिर्फ बिहार के भीतर कनेक्टिविटी में सुधार होगा बल्कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी इसका विस्तार होगा. सरकार ने बोधगया को महत्वपूर्ण आध्यात्मिक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की भी घोषणा की है.
वित्त मंत्री ने कहा कि 'उड़ान' (उड़े देश का आम नागरिक) योजना के तहत 88 छोटे शहरों को हवाई अड्डों के माध्यम से जोड़ा जाएगा. यह कदम हवाई यात्रा को किफायती बनाने और देश भर में कम सेवा वाले हवाई अड्डों से कनेक्टिविटी बढ़ाने के सरकार की पहल के अनुरूप है.
2016 में शुरू की गई उड़ान योजना
भारत सरकार ने 2016 में उड़ान योजना शुरू की थी. यह हवाई यात्रा को बजट के भीतर रखने और विशेष रूप से दूरदराज के क्षेत्रों में हवाई नेटवर्क को बढ़ाने में सहायक रही है. रिपोर्ट के मुताबिक, भारत का विमानन क्षेत्र वैश्विक स्तर पर सबसे तेजी से बढ़ रहा है. हवाई यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए भारत की विमानन कंपनियों (एयरलाइंस) ने विमानों के लिए सबसे बड़े ऑर्डर दिए हैं.
विमानन क्षेत्र से जुड़े विशेषज्ञों का कहना है कि उड़ान योजना के नए संस्करण से क्षेत्रीय संपर्क को काफी बढ़ावा मिलेगा. 120 नए गंतव्यों को जोड़ने से पिछले क्षेत्रों में व्यापार, पर्यटन और निवेश के अवसर पैदा होने से आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा.
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