நாடாளுமன்ற மழைக்கால கூட்டத்தொடரில் நிறைவேற்றப்பட்ட விவசாய மசோதாக்களுக்கு எதிராக பல மாநிலங்களில் அரசியல் கட்சியினரும், விவசாய அமைப்புகளும் போராட்டத்தில் ஈடுபட்டு வருகின்றனர். குறிப்பாக பஞ்சாப், ஹரியானா மாநிலங்களில் விவசாயிகள் நாள் முழுவதும் போராடி வருவதால் அசம்பாவிதம் நடைபெறாமல் தடுப்பதற்காக காவல் துறையினர் இரு மாநிலங்களிலும் குவிக்கப்பட்டுள்ளனர்.
விவசாயிகளுக்கு ஆதரவாக முக்கிய நகரங்களில் பல கடைகளும் மூடப்பட்டுள்ளன. இரு மாநிலங்களிலும் அசாதாரணமான சூழல் நிலவி வருகிறது.
இதுகுறித்து காங்கிரஸ் பொதுச்செயலாளர் பிரியங்கா காந்தி தனது ட்விட்டர் பக்கத்தில், " இது விவசாயிகளை அடிமைகளாக்குவதற்கும், விவசாயிகள் தங்கள் வயல்களில் தொழிலாளர்களாக மாற்றும் செயலாகும்” எனக் குறிப்பிட்டிருந்தார்.
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किसानों से MSP छीन ली जाएगी। उन्हें कांट्रेक्ट फार्मिंग के जरिए खरबपतियों का गुलाम बनने पर मजबूर किया जाएगा।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) September 25, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
न दाम मिलेगा, न सम्मान।
किसान अपने ही खेत पर मजदूर बन जाएगा।
भाजपा का कृषि बिल ईस्ट इंडिया कम्पनी राज की याद दिलाता है।
हम ये अन्याय नहीं होने देंगे।#BharatBandh
">किसानों से MSP छीन ली जाएगी। उन्हें कांट्रेक्ट फार्मिंग के जरिए खरबपतियों का गुलाम बनने पर मजबूर किया जाएगा।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) September 25, 2020
न दाम मिलेगा, न सम्मान।
किसान अपने ही खेत पर मजदूर बन जाएगा।
भाजपा का कृषि बिल ईस्ट इंडिया कम्पनी राज की याद दिलाता है।
हम ये अन्याय नहीं होने देंगे।#BharatBandhकिसानों से MSP छीन ली जाएगी। उन्हें कांट्रेक्ट फार्मिंग के जरिए खरबपतियों का गुलाम बनने पर मजबूर किया जाएगा।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) September 25, 2020
न दाम मिलेगा, न सम्मान।
किसान अपने ही खेत पर मजदूर बन जाएगा।
भाजपा का कृषि बिल ईस्ट इंडिया कम्पनी राज की याद दिलाता है।
हम ये अन्याय नहीं होने देंगे।#BharatBandh
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पेट में अंगारे और मन में तूफ़ाँ लिए देश का अन्नदाता किसान और भाग्यविधाता खेत मज़दूर #भारत_बंद करने को मजबूर है।
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) September 25, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
अहंकारी मोदी सरकार को न उसके मन की व्यथा दिखती न उसकी आत्मा की पीड़ा महसूस होती।
आइये, भारत बंध में किसान-मज़दूर के साथ खड़े हों, संघर्ष का संकल्प लें।#BharatBandh pic.twitter.com/I7I23v9bpp
">पेट में अंगारे और मन में तूफ़ाँ लिए देश का अन्नदाता किसान और भाग्यविधाता खेत मज़दूर #भारत_बंद करने को मजबूर है।
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) September 25, 2020
अहंकारी मोदी सरकार को न उसके मन की व्यथा दिखती न उसकी आत्मा की पीड़ा महसूस होती।
आइये, भारत बंध में किसान-मज़दूर के साथ खड़े हों, संघर्ष का संकल्प लें।#BharatBandh pic.twitter.com/I7I23v9bppपेट में अंगारे और मन में तूफ़ाँ लिए देश का अन्नदाता किसान और भाग्यविधाता खेत मज़दूर #भारत_बंद करने को मजबूर है।
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अहंकारी मोदी सरकार को न उसके मन की व्यथा दिखती न उसकी आत्मा की पीड़ा महसूस होती।
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