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ରାଞ୍ଚି ଦୁଷ୍କର୍ମ ଓ ହତ୍ୟା ଘଟଣାରେ ଦୋଷୀକୁ ଫାଶୀ ଦଣ୍ଡାଦେଶ

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Published : Dec 21, 2019, 3:12 PM IST

ଝାଡଖଣ୍ଡ ରାଜଧାନୀ ରାଞ୍ଚିରେ ଘଟିଥିବା ଦୁଷ୍କର୍ମ ଓ ହତ୍ୟା ଘଟଣାରେ ପ୍ରକାଶ ପାଇଛି ଏକ ଗୁରୁତ୍ବପୂର୍ଣ୍ଣ ରାୟ । ଘଟଣାରେ ଦୋଷୀ ସାବ୍ୟସ୍ତ ହୋଇଥିବା ଜଣଙ୍କୁ ଫାଶୀ ଦଣ୍ଡାଦେଶ ଶୁଣାଇଛନ୍ତି କୋର୍ଟ । ଅଧିକ ଖବର ପଢନ୍ତୁ...

ରାଞ୍ଚି ଦୁଷ୍କର୍ମ ଓ ହତ୍ୟା ଘଟଣାରେ ଦୋଷୀକୁ ଫାଶୀ ଦଣ୍ଡାଦେଶ
ରାଞ୍ଚି ଦୁଷ୍କର୍ମ ଓ ହତ୍ୟା ଘଟଣାରେ ଦୋଷୀକୁ ଫାଶୀ ଦଣ୍ଡାଦେଶ

ରାଞ୍ଚି: ଝାଡଖଣ୍ଡ ରାଜଧାନୀ ରାଞ୍ଚିରେ ଘଟିଥିବା ଦୁଷ୍କର୍ମ ଓ ହତ୍ୟା ଘଟଣାରେ ପ୍ରକାଶ ପାଇଛି ଏକ ଗୁରୁତ୍ବପୂର୍ଣ୍ଣ ରାୟ । ସ୍ପେଶିଆଲ ସିବିଆଇ ଜଜ ଅନିଲ କୁମାର ମିଶ୍ର ଏହି ରାୟ ଶୁଣାଇଛନ୍ତି । ଘଟଣାରେ ଦୋଷୀ ସାବ୍ୟସ୍ତ ହୋଇଥିବା ଜଣଙ୍କୁ ଫାଶୀ ଦଣ୍ଡାଦେଶ ଶୁଣାଇଛନ୍ତି ସିବିଆଇ ସ୍ବତନ୍ତ୍ର କୋର୍ଟ ।

2016 ମସିହା 15 ଡିସେମ୍ବରରେ ଏହି ଜଘନ୍ୟ କାଣ୍ଡ ହୋଇଥିଲା । ଜଣେ ବିଟେକ ଛାତ୍ରୀଙ୍କୁ ଦୁଷ୍କର୍ମ ସହ ହତ୍ୟା କରିଥିଲା ଅଭିଯୁକ୍ତ । ରାହୁଲ ରୟ ନାମକ ଏହି ଦୋଷୀକୁ ଫାଶୀ ସଜା ଶୁଣାଇଛନ୍ତି କୋର୍ଟ ।ତେବେ ଏହି ଘଟଣାରେ ଫାଶୀ ଦଣ୍ଡାଦେଶ ଶୁଣାଇ ଏମିତି କାଣ୍ଡ ଘଟାଉଥିବା ଦୁର୍ବୃତ୍ତଙ୍କ ଚିନ୍ତାଧାରା ଉପରେ ରୋକ ଲଗାଯାଇପାରିବ ବୋଲି ଆଶା କରାଯାଉଛି ।

ରାଞ୍ଚି: ଝାଡଖଣ୍ଡ ରାଜଧାନୀ ରାଞ୍ଚିରେ ଘଟିଥିବା ଦୁଷ୍କର୍ମ ଓ ହତ୍ୟା ଘଟଣାରେ ପ୍ରକାଶ ପାଇଛି ଏକ ଗୁରୁତ୍ବପୂର୍ଣ୍ଣ ରାୟ । ସ୍ପେଶିଆଲ ସିବିଆଇ ଜଜ ଅନିଲ କୁମାର ମିଶ୍ର ଏହି ରାୟ ଶୁଣାଇଛନ୍ତି । ଘଟଣାରେ ଦୋଷୀ ସାବ୍ୟସ୍ତ ହୋଇଥିବା ଜଣଙ୍କୁ ଫାଶୀ ଦଣ୍ଡାଦେଶ ଶୁଣାଇଛନ୍ତି ସିବିଆଇ ସ୍ବତନ୍ତ୍ର କୋର୍ଟ ।

2016 ମସିହା 15 ଡିସେମ୍ବରରେ ଏହି ଜଘନ୍ୟ କାଣ୍ଡ ହୋଇଥିଲା । ଜଣେ ବିଟେକ ଛାତ୍ରୀଙ୍କୁ ଦୁଷ୍କର୍ମ ସହ ହତ୍ୟା କରିଥିଲା ଅଭିଯୁକ୍ତ । ରାହୁଲ ରୟ ନାମକ ଏହି ଦୋଷୀକୁ ଫାଶୀ ସଜା ଶୁଣାଇଛନ୍ତି କୋର୍ଟ ।ତେବେ ଏହି ଘଟଣାରେ ଫାଶୀ ଦଣ୍ଡାଦେଶ ଶୁଣାଇ ଏମିତି କାଣ୍ଡ ଘଟାଉଥିବା ଦୁର୍ବୃତ୍ତଙ୍କ ଚିନ୍ତାଧାରା ଉପରେ ରୋକ ଲଗାଯାଇପାରିବ ବୋଲି ଆଶା କରାଯାଉଛି ।

Intro:रांची
बाइट--राकेश सिंह // सीबीआई विशेष लोक अभियोजक



रांची की निर्भया बीटेक की छात्रा को रांची सिविल कोर्ट स्थित सीबीआई के विशेष अदालत से इंसाफ मिला है सीबीआइ के विशेष न्यायाधीश अनिल कुमार मिश्रा की अदालत हत्याकांड के आरोपी राहुल राय उर्फ रॉकी राज उर्फ अंकित उर्फ राज श्रीवास्तव उर्फ आर्यन के फाँसी की सजा सुनाया है अदालत में सुनवाई के दौरान सीबीआई के विशेष लोकअभियोजक अदालत से कहा कि पहले जमाने में इस तरह के कृत्य करने वाले लोगों को पत्थर से मारा जाता था ताकि पीड़ित संतुष्टि मिल सके। और जिस तरह से दोषी ने दुष्कर्म कर निर्मम हत्या की घटना को अंजाम दिया है । इस आरोपी को कम से कम फांसी की सजा होनी चाहिए वहीं बचाव पक्ष के अधिवक्ता ने कम से कम सजा की मांग की अदालत ने दोनों पक्षों को सुनने के उपरांत आईपीसी के विभिन्न धाराओं में दोषी को सजा सुनाते हुए फांसी की सजा सुनाई है।

अदालत ने पूर्व में मामले की सुनवाई करते हुए अदालत ने दोषी ठहराया , आज ने अदालत ने सजा के बिन्दु पर सुनवाई करते हुए फाँसी की सजा सुनाए है सीबीआई के विशेष लोक अभियोजक राकेश सिन्हा ने कहा कि अदालत के द्वारा इस तरह के फैसले से समाज में एक निश्चित जाएगा और लोग इस तरह के घटना को अंजाम देने से डरेंगे। अदालत में आरोप गठन के बाद day-to-day सुनवाई करते हुए करीब 30 कार्य दिवस में सुनवाई पूरी कर अपना फैसला सुनाया है। मामले में आरोपी पर 25 अक्टूबर 2019 को आरोप तय किया गया था 8 नवंबर से गवाही शुरू हुई दूसरी ओर सीबीआई ने भी तत्परता दिखाते हुए मात्र 16 कार्य दिवस में कोर्ट के समक्ष 30 गवाहों को पेश कर उनका बयान दर्ज कराई।




Body:आपको बता दें कि 15 दिसंबर 2016 की देर रात बीटेक छात्रा की दुष्कर्म के बाद निर्मम हत्या कर दी गई थी। सीबीआई ने बिहार के नालंदा जिले के एकंगरसराय निवासी राहुल को आरोपित बनाया है। उसे 22 जून को लखनऊ जेल से प्रोडक्शन वारंट पर रांची लाया गया था। 19 सितंबर को अदालत में चार्जशीट दाखिल की गई। 20 सितंबर को अदालत में मामले की सुनवाई करते हुए आरोपी को दोषी ठहराया और आज 21 दिसंबर को दोषी को फांसी की सजा सुनाई है Conclusion:
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