नवी दिल्ली - पंतप्रधान नरेंद्र मोदी यांनी एका कार्यक्रमात 'द काश्मिर फाईल्स' चित्रपटाबद्दल केलेल्या वक्तव्यानंतर काँग्रेसनेही पंतप्रधान मोदी आणि भाजपवर हल्लाबोल केला आहे. काश्मिरी पंडितांवर अत्याचार होत होते, तेव्हा भारतीय जनता पक्षाच्या पाठिंब्यावर केंद्रात व्ही. पी. सिंहांचे सरकार होते. (Kashmiri Pandits Migration) तेव्हा त्यांनी पंडितावर होणाऱ्या अत्याचारवर भाजपच्या ८५ खासदारांनी काय भूमिका घेतली होती? याचे उत्तर मोदींनी आणि भाजपने द्यावे, असा सवाल काँग्रेस नेते रणदीप सुरजेवाला (Congress leader Randeep Surjewala) यांनी उपस्थित केला आहे. (Randeep Surjewala On Kashmir Files) सुरजेवाला यांनी अनेक ट्विट करत मोदी सरकारवर जोरदार हल्लाबोल केला आहे.
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क्या देश के पीएम, बापू के आदर्शों से लेकर कश्मीरी पंडितों के दर्द तक सब कुछ फ़िल्मों के जिम्मे छोड़ देना चाहते हैं?
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) March 15, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
तथ्यों और सच्चाई से मुँह फेरे मोदी सरकार को आख़िर कब अपनी जिम्मेदारियों का एहसास होगा?
आख़िर कब तक केवल झूठ-नफ़रत-बँटवारे में ही राजनीतिक अवसर तलाशते रहेंगे?
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">क्या देश के पीएम, बापू के आदर्शों से लेकर कश्मीरी पंडितों के दर्द तक सब कुछ फ़िल्मों के जिम्मे छोड़ देना चाहते हैं?
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) March 15, 2022
तथ्यों और सच्चाई से मुँह फेरे मोदी सरकार को आख़िर कब अपनी जिम्मेदारियों का एहसास होगा?
आख़िर कब तक केवल झूठ-नफ़रत-बँटवारे में ही राजनीतिक अवसर तलाशते रहेंगे?
1/n pic.twitter.com/fUxhSarTMXक्या देश के पीएम, बापू के आदर्शों से लेकर कश्मीरी पंडितों के दर्द तक सब कुछ फ़िल्मों के जिम्मे छोड़ देना चाहते हैं?
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) March 15, 2022
तथ्यों और सच्चाई से मुँह फेरे मोदी सरकार को आख़िर कब अपनी जिम्मेदारियों का एहसास होगा?
आख़िर कब तक केवल झूठ-नफ़रत-बँटवारे में ही राजनीतिक अवसर तलाशते रहेंगे?
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मोदी सरकारला आपली जबाबदारी नेमकी काय हे कधी कळणार
विदेशातून आलेला चित्रपट निर्माता अॅटन बरो याने महात्मा गांधी यांच्या जीवनवार चित्रपट तयार केल्यानंतर गांधी जगाला माहित झाले, असे वक्तव्य करणाऱ्या पंतप्रधान नरेंद्र मोदींना काँग्रेस नेते रणदीप सुरजेवाला यांनी ट्विटच्या माध्यमातून उत्तर दिले आहे. (Modi Spoke On The Kashmir Files) तथ्य आणि सत्य यापासून फारकत घेणाऱ्या मोदी सरकारला आपली जबाबदारी नेमकी काय हे कधी कळणार? असा थेट सवाल सुरसेजेवाला यांनी उपस्थित केला आहे
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— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) March 15, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
आपका पितृ संगठन 1925 में गठन से लेकर 1947 तक देश के स्वतंत्रता आंदोलन और बापू के खिलाफ़ खड़ा रहा।
'असहयोग आंदोलन' हो, 'सविनय अवज्ञा' हो या 'भारत छोड़ो' का देशव्यापी आंदोलन हो…हर बार अंग्रेजों के साथ खड़े रहे।
जब देश आज़ाद हुआ तो पहले दिन से 'बांटो और राज करो' अपना लिया।
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— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) March 15, 2022
आपका पितृ संगठन 1925 में गठन से लेकर 1947 तक देश के स्वतंत्रता आंदोलन और बापू के खिलाफ़ खड़ा रहा।
'असहयोग आंदोलन' हो, 'सविनय अवज्ञा' हो या 'भारत छोड़ो' का देशव्यापी आंदोलन हो…हर बार अंग्रेजों के साथ खड़े रहे।
जब देश आज़ाद हुआ तो पहले दिन से 'बांटो और राज करो' अपना लिया।2/n
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आपका पितृ संगठन 1925 में गठन से लेकर 1947 तक देश के स्वतंत्रता आंदोलन और बापू के खिलाफ़ खड़ा रहा।
'असहयोग आंदोलन' हो, 'सविनय अवज्ञा' हो या 'भारत छोड़ो' का देशव्यापी आंदोलन हो…हर बार अंग्रेजों के साथ खड़े रहे।
जब देश आज़ाद हुआ तो पहले दिन से 'बांटो और राज करो' अपना लिया।
किती दिवस आपण फक्त खोटेपणा, द्वेष आणि फूट यात राजकीय संधी शोधत राहणार आहात
मुख्यमंत्र्यांना बाजूला करून भाजपच्या राज्यपालांना बसवले. त्या राज्यपालांनी सुरक्षा देण्याऐवजी पंडितांना पळून जाण्यास का भडकवले? असा थेट सवाल सुरजेवाला यांनी केला आहे. (Kashmir Files movie) रणदीप सुरजेवाला यांनी आपल्या दुसऱ्या ट्विटमध्ये म्हटले आहे की, देशाच्या पंतप्रधानांना बापूंच्या आदर्शांपासून ते काश्मिरी पंडितांच्या व्यथेपर्यंत हे सर्व चित्रपटांवर सोडायचे आहे का असाही प्रश्न सुरजेवाला यांनी उपस्थित केला आहे. (History of Kashmiri Pandits) वस्तुस्थिती आणि सत्याला सामोरे जाऊन मोदी सरकारला आपली जबाबदारी शेवटी कधी कळणार? तसेच, किती दिवस आपण फक्त खोटेपणा, द्वेष आणि फूट यात राजकीय संधी शोधत राहणार आहात असा घणाघातही सुरजेवाला यांनी केला आहे?
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मोदी जी बताएँ-
जब 1990 में कश्मीरी पंडित आतंक और बर्बरता के साये में पलायन को मजबूर हुए
तब भाजपा के 85 सांसद, जिनके समर्थन से केंद्र की वी.पी.सिंह सरकार चल रही थी, क्या कर रहे थे?
CM को हटाकर उनके बिठाए राज्यपाल ने सुरक्षा देने की बजाय पंडितों को पलायन के लिए क्यों उकसाया?
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— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) March 15, 2022
मोदी जी बताएँ-
जब 1990 में कश्मीरी पंडित आतंक और बर्बरता के साये में पलायन को मजबूर हुए
तब भाजपा के 85 सांसद, जिनके समर्थन से केंद्र की वी.पी.सिंह सरकार चल रही थी, क्या कर रहे थे?
CM को हटाकर उनके बिठाए राज्यपाल ने सुरक्षा देने की बजाय पंडितों को पलायन के लिए क्यों उकसाया?3/n
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) March 15, 2022
मोदी जी बताएँ-
जब 1990 में कश्मीरी पंडित आतंक और बर्बरता के साये में पलायन को मजबूर हुए
तब भाजपा के 85 सांसद, जिनके समर्थन से केंद्र की वी.पी.सिंह सरकार चल रही थी, क्या कर रहे थे?
CM को हटाकर उनके बिठाए राज्यपाल ने सुरक्षा देने की बजाय पंडितों को पलायन के लिए क्यों उकसाया?
तुमचे नेते प्रत्येक वेळी ब्रिटिशांच्या पाठीशी उभे राहिले- सुरजेवाला
सुरजेवाला म्हणाले की 1925 ते 1947 पर्यंत आपली पितृसंस्था (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) देशाच्या स्वातंत्र्य चळवळी आणि बापूंच्या विरोधात उभा राहिला. (LK Advani Rathyatra) 'असहकार आंदोलन' असो, 'सविनय कायदेभंग' असो किंवा 'छोडो भारत'चे देशव्यापी आंदोलन असो... प्रत्येक वेळी इंग्रजांच्या पाठीशी उभे राहीलात. देश स्वतंत्र झाल्यावर पहिल्या दिवसापासून 'फोडा आणि राज्य करा'चा अवलंब तुम्ही केला असा थेट आरोप सुरजेवाला यांनी केला आहे.
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याद करें,
भाजपा समर्थित सरकार में जब कश्मीरी पंडितों का उत्पीड़न और पलायन हो रहा था तब राजीव गाँधी जी ने संसद का घेराव किया, उनकी आवाज़ उठायी।
मगर भाजपा ने इस त्रासदी को मौन समर्थन दिया, राजनीतिक फ़ायदे के लिए 'रथ यात्रा' निकालते रहे।
ये तब भी वैसे थे और अब भी वैसे ही हैं।
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— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) March 15, 2022
याद करें,
भाजपा समर्थित सरकार में जब कश्मीरी पंडितों का उत्पीड़न और पलायन हो रहा था तब राजीव गाँधी जी ने संसद का घेराव किया, उनकी आवाज़ उठायी।
मगर भाजपा ने इस त्रासदी को मौन समर्थन दिया, राजनीतिक फ़ायदे के लिए 'रथ यात्रा' निकालते रहे।
ये तब भी वैसे थे और अब भी वैसे ही हैं।4/n
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) March 15, 2022
याद करें,
भाजपा समर्थित सरकार में जब कश्मीरी पंडितों का उत्पीड़न और पलायन हो रहा था तब राजीव गाँधी जी ने संसद का घेराव किया, उनकी आवाज़ उठायी।
मगर भाजपा ने इस त्रासदी को मौन समर्थन दिया, राजनीतिक फ़ायदे के लिए 'रथ यात्रा' निकालते रहे।
ये तब भी वैसे थे और अब भी वैसे ही हैं।
राजीव गांधींनी काश्मिरी पंडितांचा आवाज उठवला : सुरजेवाला
सुरजेवाला म्हणाले की, भाजप समर्थित सरकारमध्ये जेव्हा काश्मिरी पंडितांवर अत्याचार होत होते आणि त्यांचे पलायन केले जात होते, तेव्हा राजीव गांधींनी संसदेला घेराव घातला होता. काश्मिरी पंडितांच्या बाजुने त्यांनी आवाज उठवला होता. आणि त्याचवेळी भाजपवाले मुग गिळून गप्प होते. दरम्यान, आपल्या राजकीय फायद्यासाठी यांनी ‘रथयात्रा’काढली असे म्हणत हे लोक तेव्हाही तसेच होते आणि आजही तसेच आहेत असही सुरजेवाला म्हणाले आहेत.
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8 सालों में मोदी सरकार ने कश्मीरी पंडितों के पुनर्वास के लिए क्या किया?
कश्मीर में फ़िर से हालात बद्तर हुए, हिंसा बढ़ी और हज़ारों कश्मीरियों को पलायन करना पड़ा।
जब कश्मीरी पंडितों के लिए कुछ नहीं कर सके तो “फ़िल्म” दिखाने में जुट गए?
नफ़रत की खेती से फ़ायदे की फ़सल कब तक? pic.twitter.com/2MCHWrI0ZE
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— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) March 15, 2022
8 सालों में मोदी सरकार ने कश्मीरी पंडितों के पुनर्वास के लिए क्या किया?
कश्मीर में फ़िर से हालात बद्तर हुए, हिंसा बढ़ी और हज़ारों कश्मीरियों को पलायन करना पड़ा।
जब कश्मीरी पंडितों के लिए कुछ नहीं कर सके तो “फ़िल्म” दिखाने में जुट गए?
नफ़रत की खेती से फ़ायदे की फ़सल कब तक? pic.twitter.com/2MCHWrI0ZE5/n
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8 सालों में मोदी सरकार ने कश्मीरी पंडितों के पुनर्वास के लिए क्या किया?
कश्मीर में फ़िर से हालात बद्तर हुए, हिंसा बढ़ी और हज़ारों कश्मीरियों को पलायन करना पड़ा।
जब कश्मीरी पंडितों के लिए कुछ नहीं कर सके तो “फ़िल्म” दिखाने में जुट गए?
नफ़रत की खेती से फ़ायदे की फ़सल कब तक? pic.twitter.com/2MCHWrI0ZE
द्वेषाच्या शेतीतून नफ्याचे पीक किती दिवस घेणार?: सुरजेवाला
सुरजेवाला म्हणाले की, 8 वर्षात मोदी सरकारने काश्मिरी पंडितांच्या पुनर्वसनासाठी काय केले? काश्मीरमध्ये परिस्थिती पुन्हा बिघडली, हिंसाचार वाढला आणि हजारो काश्मिरींना स्थलांतर करावे लागले. हे काश्मिरी पंडितांसाठी काही करू शकले नाहीत तेव्हा त्यांनी चित्रपट दाखवायला सुरुवात केली असा टोलाही सुरजेवाला यांनी लगावला आहे. द्वेषाच्या लागवडीतून नफ्याचे पीक किती दिवस काढणार असा थेट प्रश्न त्यांनी यावेळी उपस्थित केला आहे.
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जब कश्मीरी पंडित पलायन को मजबूर थे…
जब आपके समर्थन से दिल्ली की सरकार चल रही थी
जब CM को हटाकर आपके नेता श्री जगमोहन गवर्नर थे और उन्होंने जुम्मेवारी से पल्ला झाड़ लिया था…
जब भाजपा और अडवाणी जी “रथ यात्रा” में व्यस्त थे..
उस रथ यात्रा के संचालक-इवेंट मैनेजर मोदी जी थे।
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— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) March 15, 2022
जब कश्मीरी पंडित पलायन को मजबूर थे…
जब आपके समर्थन से दिल्ली की सरकार चल रही थी
जब CM को हटाकर आपके नेता श्री जगमोहन गवर्नर थे और उन्होंने जुम्मेवारी से पल्ला झाड़ लिया था…
जब भाजपा और अडवाणी जी “रथ यात्रा” में व्यस्त थे..
उस रथ यात्रा के संचालक-इवेंट मैनेजर मोदी जी थे।6/n
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जब कश्मीरी पंडित पलायन को मजबूर थे…
जब आपके समर्थन से दिल्ली की सरकार चल रही थी
जब CM को हटाकर आपके नेता श्री जगमोहन गवर्नर थे और उन्होंने जुम्मेवारी से पल्ला झाड़ लिया था…
जब भाजपा और अडवाणी जी “रथ यात्रा” में व्यस्त थे..
उस रथ यात्रा के संचालक-इवेंट मैनेजर मोदी जी थे।
काश्मिरी पंडितांना स्थलांतर करावे लागले लागले तेव्हा अडवाणी रथयात्रेत व्यस्त होते
सुरजेवाला म्हणाले की, काश्मिरी पंडितांना जेव्हा स्थलांतर करावे लागले तेव्हा दिल्ली सरकार भाजपच्या पाठिंब्याने चालत होते. त्यावेळी मुख्यमंत्र्यांना हटवले तेव्हा तुमचे नेते जगमोहन राज्यपाल होते. त्यांनी आपल्यावरी पुर्ण जबाबदारी झटकली होती. आणि दुसरीकडे भाजप आणि अडवाणी रथयात्रेत व्यस्त होते. ज्या रथयात्रेचे ऑपरेटर-इव्हेंट मॅनेजर मोदीजी होते अशी आठवणही सुरजेवाला यांनी करुन दिली.
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और हाँ,
कश्मीर और कश्मीरी पंडितों के लिए
UPA सरकार में-
•10 साल में 4241 आतंकी मारे गए
•PM पैकेज में 3000 नौकरी
•5911 ट्रांजिट आवास बनाये
मोदी सरकार में-
• 8 साल में 1419 आतंकी मारे गए
• केवल 520 नौकरी मिली
•1000 ट्रांज़िट आवास बनाये
सिर्फ़ घाव हरा कर फ़ायदा उठाएंगे?
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कश्मीर और कश्मीरी पंडितों के लिए
UPA सरकार में-
•10 साल में 4241 आतंकी मारे गए
•PM पैकेज में 3000 नौकरी
•5911 ट्रांजिट आवास बनाये
मोदी सरकार में-
• 8 साल में 1419 आतंकी मारे गए
• केवल 520 नौकरी मिली
•1000 ट्रांज़िट आवास बनाये
सिर्फ़ घाव हरा कर फ़ायदा उठाएंगे?7/7
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) March 15, 2022
और हाँ,
कश्मीर और कश्मीरी पंडितों के लिए
UPA सरकार में-
•10 साल में 4241 आतंकी मारे गए
•PM पैकेज में 3000 नौकरी
•5911 ट्रांजिट आवास बनाये
मोदी सरकार में-
• 8 साल में 1419 आतंकी मारे गए
• केवल 520 नौकरी मिली
•1000 ट्रांज़िट आवास बनाये
सिर्फ़ घाव हरा कर फ़ायदा उठाएंगे?
यूपीए आणि एनडीए सरकारच्या काळात झालेल्या कामांचीही सुरजेवाला यांनी मोजणी केली.
- काँग्रेस सरकारमध्ये-
- 10 वर्षांत 4241 दहशतवादी मारले गेले
- PM पॅकेजमध्ये 3000 नोकऱ्या
- 5911 ट्रान्झिट निवास बांधले-
- भाजप सरकारमध्ये-
- 8 वर्षांत 1419 दहशतवादी मारले गेले
- केवळ 520 नोकऱ्या मिळाल्या
- 1000 ट्रान्झिट हाऊस बांधले.
त्यांच्या जखमा खोलत आहेत त्यावर घाव घालून आपण फक्त फायदा मिळवणार आहात का असा शेवटी संतापजनक प्रश्नही सुरजेवाला यांनी उपस्थित केला आहे
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