नवी दिल्ली - सामाईक प्रवेश परीक्षा (जेईई) आणि राष्ट्रीय वैद्यकिय पात्रता परीक्षांबाबत (नीट) काँग्रेस नेते राहुल गांधी यांनी केंद्रावर टीका केली आहे. विद्यार्थी नीट आणि जेईई परीक्षा पुढे ढकलण्याची मागणी करत आहेत, त्यांची 'मन की बात ऐका', असे गांधी यांनी सुनावले आहे.
येत्या १ ते ६ सप्टेंबर या कालावधीत जेईई आणि १३ सप्टेंबरला नीट परीक्षा घेण्याचा निर्णय राष्ट्रीय चाचणी संस्थे(एनटीए)ने घेतला आहे. कोरोनाच्या पार्श्वभूमीवर अनेक विद्यार्थी या परीक्षा पुढे ढकलण्याची मागणी करत आहेत. केंद्र सरकारने या लाखो विद्यार्थ्यांच्या मागणीचा विचार करावा, अशी मागणी करणारे ट्विट राहुल गांधी यांनी केले आहे.
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आज हमारे लाखों छात्र सरकार से कुछ कह रहे हैं। NEET, JEE परीक्षा के बारे में उनकी बात सुनी जानी चाहिए और सरकार को एक सार्थक हल निकालना चाहिए।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 23, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
GOI must listen to the #StudentsKeMannKiBaat about NEET, JEE exams and arrive at an acceptable solution.
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— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 23, 2020
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— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 23, 2020
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शनिवारी आम आदमी पक्षा(आप)चे नेते आणि दिल्लीचे शिक्षण मंत्री मनिष सिसोदिया यांनी देखील केंद्र सरकारकडे प्रवेश आणि पात्रता परीक्षा रद्द करण्याची मागणी केली आहे. परीक्षांच्या नावाखाली सरकार लाखो विद्यार्थ्यांच्या आयुष्याशी खेळत आहे. सरकारने परीक्षा रद्द करून यावर्षी प्रवेशासाठी काहीतरी पर्यायी व्यवस्था करावी, असे ट्विट सिसोदिया यांनी केले आहे.
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आज 21वीं सदी के भारत में हम एक प्रवेश परीक्षा का विकल्प नहीं सोच सकते! यह सम्भव नहीं है.
— Manish Sisodia (@msisodia) August 22, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
केवल सरकार की नीयत छात्रों के हित में सोचने की होनी चाहिए NEET-JEEE की जगह सुरक्षित तरीक़े तो हज़ार हो सकते हैं.
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— Manish Sisodia (@msisodia) August 22, 2020
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— Manish Sisodia (@msisodia) August 22, 2020
केवल सरकार की नीयत छात्रों के हित में सोचने की होनी चाहिए NEET-JEEE की जगह सुरक्षित तरीक़े तो हज़ार हो सकते हैं.
दरम्यान, १७ ऑगस्टला सर्वोच्च न्यायलयाने जेईई आणि नीट परीक्षा पुढे ढकलण्याची याचिका फेटाळली आहे. परीक्षेदरम्यान विद्यार्थ्यांना मास्क आणि ग्लोव्हज पुरवले जातील व सॅनिटायजेशनचीही काळजी घेतली जाईल, असे आश्वासन एनटीएने दिले आहे.