उत्तरकाशी: उत्तराखंड में मॉनसून ने अभी दस्तक भी नहीं दी, लेकिन बारिश ने चारधाम यात्रियों की मुश्किलें बढ़ानी शुरू कर दी हैं. यमुनोत्री धाम से 25 किमी पहले रानाचट्टी के पास यमुनोत्री हाईवे का 15 मीटर हिस्सा धंस गया. कल तक यहां यहां से केवल छोटे वाहन ही निकल पा रहे थे. आज उनका निकलना भी बंद हो गया है. बड़े वाहनों की आवाजाही ठप होने से बसों के जरिए जानकीचट्टी से बड़कोट की ओर आने वाले 1200 और बड़कोट से जानकी चट्टी की ओर जाने वाले लगभग तीन हजार यात्री बड़कोट और स्यानाचट्टी के बीच फंस गए हैं.
प्रशासन के अनुसार गुरुवार (19 मई) शाम तक हाईवे खुलने के कोई आसार नजर नहीं आ रहा है. हाईवे बंद हुए 22 घंटे से अधिक समय हो चुका है. हालांकि राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण बड़कोट खंड की टीम हाईवे सुचारू करने में जुटी है. टीम की कोशिश है कि पहाड़ी को काटकर सड़क को चौड़ा किया जाए, लेकिन सड़क के ऊपरी हिस्से में चट्टाने होने का कारण इसमें अधिक समय लग रहा है. इसलिए बड़े वाहनों की आवाजाही के लिए गुरुवार शाम तक रास्ता तैयार होने की संभावना है.
बताया जा रहा है कि बुधवार शाम को हल्की बारिश के बीच करीब छह बजे रानाचट्टी के पास अचानक यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग के निचले हिस्से में भूस्खलन हुआ. इसके कारण हाईवे का करीब 15 मीटर लंबा और तीन मीटर चौड़ा हिस्सा धंस गया. सड़क का आधे से अधिक हिस्सा धंस जाने के कारण यात्रियों की बड़ी बसों का निकलना मुश्किल हो गया.
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, रानाचट्टी से जानकीचट्टी के बीच बड़कोट लौटने वाली 24 बड़ी बसें और 17 मिनी बसें फंसी हैं. इन्हें जानकीचट्टी, खरसाली, फूलचट्टी, कृष्णाचट्टी, हनुमानचट्टी पड़ाव पर रोका गया है. सड़क सुचारू होने पर ही यात्रियों की बसें निकल पाएंगी. उत्तरकाशी पुलिस ने भी सोशल मीडिया के जरिए ये जानकारी साझा की है कि राणाचट्टी के पास यमुनोत्री हाईवे बाधित हो गया है. इसी वजह से यहां पर बड़े वाहनों की आवाजाही पर रोक दी गई है.