उत्तरकाशी: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में द्रौपदी का डांडा 2 में आए एवलॉन्च (Uttarkashi avalanche) के बाद रेस्क्यू और सर्च ऑपरेशन जारी है. इस हादसे में कुल 29 लोग हिमस्खलन में फंसे थे. राहत बचाव कार्यों में जुटी एजेंसियों ने 27 शव बरामद कर लिए हैं. बाकि दो लोगों की तलाश की जा रही है. शनिवार सुबह 7 शवों (Seven dead bodies brought) को एडवांस बेस कैंप से मातली हेलीपैड लाया गया (Matli Helipad). वहीं तीन शव अभी एडवांस बेस कैंप पर ही हैं. मौसम खराब होने की वजह से वहां पर हेलीकॉप्टर उड़ान मुश्किल हो रही है. ऐसे में मौसम साफ होते ही बाकी के तीन शवों को मातली हेलीपैड लाया जाएगा.
एसडीआरएफ कमांडेंट के मणिकांत मिश्रा ने बताया कि शुक्रवार सुबह जो सात शव लाए गए हैं, उनकी पहचान कर ली गई है. अगर मौसम सामान्य रहा तो हेलीकॉप्टर एडवांस बेस कैंप जाएगा और बाकी के तीन शवों को भी लाया जाएगा. मौसम खराब होने की वजह से हेलीकॉप्टर की लैंडिंग में मुश्किल हो रही है. लाए गये सभी 7 प्रशिक्षणार्थियों के शवों का पोस्टमार्टम कर 4 शवों को उनके परिजनों को सौंप दिया गया है, जो शवों को अपने पैतृक क्षेत्र ले गये हैं.
सात शवों में से तीन प्रशिक्षणार्थियों (असम, मेघालय और प्रयागराज, उत्तरप्रदेश) के शवों को पुलिस के साथ हिमालयन हॉस्पिटल (जौलीग्रांट देहरादून) संलेपन (Embalming) के लिए भेजा गया है, जिन्हें वहां से उनके घरों के लिए भेजा जाएगा.
- हादसे में मारे गए जिन लोगों के शव लाए गए उनके नाम: शुभम सांगिरी, पुत्र दिवान सिंह निवासी नियर लाल कोठी ताला, कृष्णापुर नैनीताल.
- दीपशिखा हजारिका, पुत्री गोलाप हजारिका, निवासी रूपनगर गुवाहाटी असम.
- सिद्धार्थ खंडूड़ी, पुत्र हर्षवर्धन निवासी 7/40 नेसवला रोड देहरादून.
- टिकलू जायरा, पुत्र वालमबुक निवासी उप्पेर लुम्परिंग बुद्धिस्ट टैंम्पल शिलांग मेघालय.
- राहुल पंवार, पुत्र शुखीर सिंह पंवार निवासी निम उत्तरकाशी.
- नितिश, पुत्र राजवीर सिंह निवासी माटिन्डू सोनीपत हरियाणा.
- रवि कुमार निर्मल, पुत्र धीरेंद्र निर्मल, निवासी कमांडिंग ऑफिस 17 UP BN NCC प्रयागराज यूपी.
बता दें कि, उच्च हिमालयी क्षेत्र में प्रशिक्षण के लिए निकला नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (Nehru Institute Of Mountaineering) का 42 पर्वतारोहियों का दल मंगलवार 4 अक्टूबर सुबह द्रौपदी का डांडा 2 पर्वत चोटी के पास हिमस्खलन (Avalanche) की चपेट में आ गया था. 42 सदस्यीय एडवांस दल में से 13 लोगों का रेस्क्यू हो गया था और कुल 29 लोग फंसे रह गए थे.
वायुसेना, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ के अलावा जम्मू कश्मीर हाई एल्टीट्यूड वारफेयर स्कूल गुलमर्ग की टीम भी रेस्क्यू कार्य में जुटी है. हादसे में उत्तरकाशी के लौंथरू गांव की एवरेस्ट विजेता सविता कंसवाल (Mountaineer Savita Kanswal) और भुक्की गांव की नौमी रावत की भी मौत हुई है. द्रौपदी का डांडा पर्वत चोटी उत्तरकाशी के भटवाड़ी ब्लॉक में भुक्की गांव के ऊपर स्थित है. इस हादसे में अबतक 26 लोगों के शव मिले हैं.