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गांव के पास अपने बच्चों के साथ घूम रहे भालू, डरे हुए ग्रामीण घरों में हुए कैद - ग्रामीण घरों में हुए कैद

उत्तरकाशी जिले के विकासखंड भटवाड़ी में भालुओं का आतंक देखने को मिल रहा है. आए दिन भालू किसी न किसी पर हमला कर रहे हैं. भालुओं के डर से ग्रामीण जंगलों में भी नहीं जा रहे हैं.

uttarkashi
भालूओं का आतंक
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Published : Dec 14, 2021, 1:12 PM IST

Updated : Dec 14, 2021, 1:45 PM IST

उत्तरकाशी: उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों में वन्यजीवों ने ग्रामीणों का जीना मुश्किल कर रखा है. उत्तरकाशी जिले के सीमांत विकासखंड भटवाड़ी के ग्रामीण इलाकों में इन दिनों भालुओं का आतंक देखने को मिल रहा है. ग्रामीणों की मानें तो सर्दियां शुरू होते ही भालू निचले इलाकों में आने शुरू हो जाते हैं और वे ग्रामीणों को अपना शिकार बनाने की कोशिश करते हैं. सर्दियां शुरू होते ही भालू अभीतक 6 लोगों को घायल कर चुके हैं.

ग्रामीण डर के मारे घरों में कैद होने को मजबूर हैं. ग्रामीणों ने वन विभाग से मांग की है कि भालुओं के हमले से ग्रामीणों को बचाने के लिए गश्त बढ़ाई जाए. साथ ही भालुओं को पकड़ने के लिए भी स्थाई कदम उठाए जाएं, जिससे कि ग्रामीणों के जान-माल और खेती को बचाया जा सके. सोमवार देर रात लाटा गांव के ग्रामीणों ने आपदा कंट्रोल रूम में सूचना दी कि गांव में दो भालू घूम रहे हैं.

गांव के पास अपने बच्चों के साथ घूम रहे भालू

पढ़ें- प्रदेश में आज ऐसा रहेगा मौसम का मिजाज, रहिए सतर्क

वहीं प्रधान संगठन के प्रदेश महासचिव और मनेरी प्रधान प्रताप सिंह रावत ने बताया कि मनेरी के आसपास दिन में भालू अपने बच्चों के साथ घूम रहे हैं. इस कारण ग्रामीण काफी डरे हुए हैं. ग्रामीण मवेशियों के लिए जंगल में चारा लेने भी नहीं जा पा रहे हैं. रावत ने वन विभाग से गश्त बढाने की मांग की है. बीते दिनों मोरी के दूरस्थ गांव में भी दो महिलाओं को भालू ने हमला कर गम्भीर रूप से घायल कर दिया था. इससे पहले लाटा गांव में एक महिला सहित करीब 6 लोगों पर भालू ने हमला किया है.

उत्तरकाशी: उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों में वन्यजीवों ने ग्रामीणों का जीना मुश्किल कर रखा है. उत्तरकाशी जिले के सीमांत विकासखंड भटवाड़ी के ग्रामीण इलाकों में इन दिनों भालुओं का आतंक देखने को मिल रहा है. ग्रामीणों की मानें तो सर्दियां शुरू होते ही भालू निचले इलाकों में आने शुरू हो जाते हैं और वे ग्रामीणों को अपना शिकार बनाने की कोशिश करते हैं. सर्दियां शुरू होते ही भालू अभीतक 6 लोगों को घायल कर चुके हैं.

ग्रामीण डर के मारे घरों में कैद होने को मजबूर हैं. ग्रामीणों ने वन विभाग से मांग की है कि भालुओं के हमले से ग्रामीणों को बचाने के लिए गश्त बढ़ाई जाए. साथ ही भालुओं को पकड़ने के लिए भी स्थाई कदम उठाए जाएं, जिससे कि ग्रामीणों के जान-माल और खेती को बचाया जा सके. सोमवार देर रात लाटा गांव के ग्रामीणों ने आपदा कंट्रोल रूम में सूचना दी कि गांव में दो भालू घूम रहे हैं.

गांव के पास अपने बच्चों के साथ घूम रहे भालू

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वहीं प्रधान संगठन के प्रदेश महासचिव और मनेरी प्रधान प्रताप सिंह रावत ने बताया कि मनेरी के आसपास दिन में भालू अपने बच्चों के साथ घूम रहे हैं. इस कारण ग्रामीण काफी डरे हुए हैं. ग्रामीण मवेशियों के लिए जंगल में चारा लेने भी नहीं जा पा रहे हैं. रावत ने वन विभाग से गश्त बढाने की मांग की है. बीते दिनों मोरी के दूरस्थ गांव में भी दो महिलाओं को भालू ने हमला कर गम्भीर रूप से घायल कर दिया था. इससे पहले लाटा गांव में एक महिला सहित करीब 6 लोगों पर भालू ने हमला किया है.

Last Updated : Dec 14, 2021, 1:45 PM IST
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