उत्तरकाशी: डुंडा देवीधार स्थित रेणुका माता मंदिर प्रांगण में गुरुवार को देव डोलियों के सानिध्य में उत्तरकाशी जिला स्थापना दिवस पर आयोजित 7 दिवसीय विकास मेले का शुभारंभ हुआ. इस मौके पर क्षेत्र के ग्रामीणों ने देव डोलियों के साथ नृत्य कर क्षेत्र की सुख-समृद्धि की कामना की. जिले के स्थापना दिवस के मौके पर हर साल मां रेणुका समिति डुंडा गांव की ओर से तीन दिवसीय मेले का आयोजन किया जाता है. लेकिन इस बार समिति ने मेला को 7 दिवसीय करने का निर्णय लिया.
गुरुवार को मां रेणुका माता मंदिर परिसर में मेले का शुभारंभ मां रेणुका देवी, कचडू देवता, नागराजा देवता, रिंगाली देवी, सोमेश्वर देवता के सानिध्य में विधिवत पूजा-अर्चना के साथ हुआ. विकास मेले में डुंडा, रनाड़ी, अस्तल, भकड़ा, खट्टूखाल, वीरपुर, देवीधार समेत दर्जनों गांव के ग्रामीण शामिल हुए. इस मौके पर लोगों ने देव डोलियों के साथ रासौं तांदी नृत्य कर क्षेत्र की खुशहाली के लिए देव डोलियों से आशीर्वाद लिया.
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मेला समिति के अध्यक्ष राजदीप परमार ने कहा कि कोरोना महामारी को देखते हुए मेला सादगी से मनाया जाएगा. उन्होंने कहा कि इस बार मेले का आयोजन 7 दिनों तक चलेगा. जिसमें विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे. बता दें कि 24 फरवरी 1960 को टिहरी से विभाजित होकर उत्तरकाशी जिला बना था. उत्तरकाशी सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण जिला है. इसकी सीमाएं चीन से लगती हैं. यही वजह है कि चिन्यालीसौड़ को हवाई पट्टी के रूप में विकसित किया जा रहा है. यहां पर वायु सेना के चिनूक जैसे बड़े-बड़े क्रॉफ्ट उतारे जाते हैं.