काशीपुर/सहारनपुर: पारिवारिक विवाद के चलते सहारनपुर पुलिस ने अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक के चेयरमैन को काशीपुर से हिरासत में लिया है. चेयरमैन प्रताप सिंह पर पारिवारिक झगड़े में मारपीट और जहर खिलाने का आरोप लगा है. प्रताप सिंह और उनके रिश्तेदार सुमित चौधरी के बीच लंबे समय से न सिर्फ पुरानी रंजिश चली आ रही है, बल्कि एक दूसरे के खिलाफ सहारनपुर समेत कई विभिन्न जिलों में दर्जनों मुकदमे चल रहे हैं.
दरअसल सुमित चौधरी चेयरमैन प्रताप सिंह के भाई के दामाद हैं. सुमित चौधरी ने अपने रिश्ते के ससुर पर जहर खिलाने और मारपीट करने का आरोप लगाया है. कुंडेश्वरी चौकी क्षेत्र के ग्राम ढकिया निवासी सुमित ने प्रताप सिंह के खिलाफ सहारनपुर पुलिस को तहरीर दी थी. जिसमें उन्होंने कहा था कि कुंडेश्वरी निवासी प्रताप सिंह के खिलाफ मुजफ्फरनगर न्यायालय में एक वाद विचाराधीन है. जिसमें वह गवाह हैं.
इसलिए प्रताप ने अपने तीन साथियों के साथ मिलकर उन्हें मारने की कोशिश की थी. सुमित ने पुलिस को बताया था कि काशीपुर के कुंडेश्वरी निवासी प्रताप सिंह, यश चौधरी, संदीप चौधरी और संजय चौधरी ने सहारनपुर में किसी काम की बात करने को लेकर उसे अपनी गाड़ी में बैठाया था. इस दौरान उन्होंने साजिश के तहत सुमित को कोल्ड ड्रिंक में जहर मिलाकर पिला दिया था. जिससे वो बेहोश हो गए.
सुमित के मुताबिक चारों ने उन्हें मरा हुआ समझकर गाड़ी से नीचे गिरा दिया था. जिसके बाद चारों वहां से फरार हो गए थे. सुमित ने पुलिस का बताया था कि वहां से गुजर रहे कुछ स्थानीय लोगों ने उन्हें सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया था. इस मामले में सहारनपुर पुलिस ने 4 लोगों के खिलाफ धारा 328 और 506 के तहत मुकदमा दर्ज कर दिया था. शुक्रवार को सहारनपुर पुलिस ने काशीपुर में दबिश दी और प्रताप सिंह को अपने साथ लेकर चली गई. हालांकि अभी तीन अन्य आरोपी फरार हैं.
प्रेम विवाह बना विवाद की जड़......
- पूरा मामला पारिवारिक विवाद का है, अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक के चेयरमैन चौ. प्रताप सिंह और शिकायतकर्ता सुमित चौधरी आपस में रिश्तेदार हैं.
- करीब 14 साल पहले चौ. प्रताप सिंह की भतीजी ने परिजनों की सहमति पर सुमित के साथ प्रेम विवाह किया था. लेकिन सालों बाद भी चौ. प्रताप सिंह को इस शादी से एतराज था.
- दोनों पक्ष उत्तराखंड के काशीपुर के रहने वाले हैं, मामला इतना बढ़ा हुआ है कि, दोनों एक-दूसरे पर मुकदमे बाजी करने में लगे है.