ETV Bharat / state

पशुओं में होने वाली बीमारी को लेकर विशेष कार्यक्रम आयोजित, ग्रामीणों को किया गया जागरुक

गदरपुर में पशु चिकित्सक डॉ. रीता सिंह ने पशुओं की बीमारी से संबंधित जागरुकता अभियान चलाया. इस दौरान सैकड़ों पशुपालक उपस्थित रहे.

Gadarpur
चलाया गया जागरुकता अभियान
author img

By

Published : Feb 23, 2020, 12:49 PM IST

गदरपुर: जिले के चक्कीमोड़ के पास पशु चिकित्सक डॉ. रीता सिंह ने पशुओं में होने वाली बीमारी को लेकर ग्रामीणों में जागरुकता अभियान चलाया. इस दौरान पशु चिकित्सक ने गांव के पशुपालकों को पशुओं से संबंधित जानकारियां दी. साथ ही गांव के सभी पशुओं में फैल रही बीमारी का परीक्षण भी किया और पशुओं की विभिन्न प्रकार की बीमारियों से पशुपालकों को रू-ब-रू कराया.

चलाया गया जागरुकता अभियान

गदरपुर में ग्राम प्रधान मनोज देवरानी के नेतृत्व में पशुओं से संबंधित एक जागरुकता अभियान चलाया गया. जिसमें जिले के पशु चिकित्सकों की एक टीम ने गांव का दौरा किया. इसमें पशुओं का परीक्षण कर पशुपालकों को पशुओं में होने वाली विभिन्न बीमारियों के बारे में बताया गया. साथ ही समय-समय पर पशुओं का टीकाकरण और कीटनाशक दवा दिए जाने के बारे में जानकारी दी. इस मौके पर सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित रहे. वहीं, पशुपालकों को जानकारी देते हुए पशु चिकित्सक डॉ. रीता सिंह ने बताया कि पशुओं में होने वाली बीमारी को अगर हम समय रहते पहचान लें तो उसका उपचार ठीक तरह से कर सकते हैं.

ये भी पढ़ें: ऑपरेशन मुक्तिः भिक्षावृत्ति करने वाले 178 बच्चों को मिलेगा आखर ज्ञान

उन्होंने कहा कि पशुओं की खिलाई-पिलाई ठीक तरह से और मौसम के अनुरूप होनी चाहिए. पशु चिकित्सक ने कहा कि बारिश के मौसम में उनके रहने के स्थान पर विशेष ध्यान देना चाहिए. साथ ही इस मौसम में उनके खाने-पीने के साथ ही कीड़े की दवा भी दी जानी चाहिए. अगर इन्हीं महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखा जाए तो पशुओं को विभिन्न प्रकार की बीमारियों से निजात दिलाई जा सकती है. उन्होंने कहा कि अगर पशुओं का समय से टीकाकरण होता रहे तो उनमें किसी भी प्रकार की बीमारी नहीं होने पाएगी.

ये भी पढ़ें: MLA चंद्रा पंत ने वाणिज्य संकाय के निर्माणाधीन भवन का किया निरीक्षण, कार्यों में तेजी लाने के निर्देश

वहीं, पशु चिकित्सक रीता सिंह ने पशु पालकों से कहा कि पशुओं को बीमारी से बचाने के लिए समय से राशन देना जरूरी है. उनकी रहने की जगह साफ भी रखना आवश्यक है. पशु चिकित्सक ने पशु पालकों को बताया कि इसके बावजूद अगर पशुओं को किसी भी प्रकार की दिक्कत होती है तो हमारे सारे पशु चिकित्सालय हमेशा खुले रहते हैं, जहां उनकी बीमारी से संबंधित सभी प्रकार की दवाएं उपलब्ध हैं. अगर किसी भी तरह की कोई भी परेशानी होती है, तो पशुपालक पशुओं को चिकित्सालय ला सकते हैं. साथ ही पशुपालक पशु चिकित्सकों को अपने घर बुलाकर भी अपने पशु का इलाज करा सकते हैं.

गदरपुर: जिले के चक्कीमोड़ के पास पशु चिकित्सक डॉ. रीता सिंह ने पशुओं में होने वाली बीमारी को लेकर ग्रामीणों में जागरुकता अभियान चलाया. इस दौरान पशु चिकित्सक ने गांव के पशुपालकों को पशुओं से संबंधित जानकारियां दी. साथ ही गांव के सभी पशुओं में फैल रही बीमारी का परीक्षण भी किया और पशुओं की विभिन्न प्रकार की बीमारियों से पशुपालकों को रू-ब-रू कराया.

चलाया गया जागरुकता अभियान

गदरपुर में ग्राम प्रधान मनोज देवरानी के नेतृत्व में पशुओं से संबंधित एक जागरुकता अभियान चलाया गया. जिसमें जिले के पशु चिकित्सकों की एक टीम ने गांव का दौरा किया. इसमें पशुओं का परीक्षण कर पशुपालकों को पशुओं में होने वाली विभिन्न बीमारियों के बारे में बताया गया. साथ ही समय-समय पर पशुओं का टीकाकरण और कीटनाशक दवा दिए जाने के बारे में जानकारी दी. इस मौके पर सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित रहे. वहीं, पशुपालकों को जानकारी देते हुए पशु चिकित्सक डॉ. रीता सिंह ने बताया कि पशुओं में होने वाली बीमारी को अगर हम समय रहते पहचान लें तो उसका उपचार ठीक तरह से कर सकते हैं.

ये भी पढ़ें: ऑपरेशन मुक्तिः भिक्षावृत्ति करने वाले 178 बच्चों को मिलेगा आखर ज्ञान

उन्होंने कहा कि पशुओं की खिलाई-पिलाई ठीक तरह से और मौसम के अनुरूप होनी चाहिए. पशु चिकित्सक ने कहा कि बारिश के मौसम में उनके रहने के स्थान पर विशेष ध्यान देना चाहिए. साथ ही इस मौसम में उनके खाने-पीने के साथ ही कीड़े की दवा भी दी जानी चाहिए. अगर इन्हीं महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखा जाए तो पशुओं को विभिन्न प्रकार की बीमारियों से निजात दिलाई जा सकती है. उन्होंने कहा कि अगर पशुओं का समय से टीकाकरण होता रहे तो उनमें किसी भी प्रकार की बीमारी नहीं होने पाएगी.

ये भी पढ़ें: MLA चंद्रा पंत ने वाणिज्य संकाय के निर्माणाधीन भवन का किया निरीक्षण, कार्यों में तेजी लाने के निर्देश

वहीं, पशु चिकित्सक रीता सिंह ने पशु पालकों से कहा कि पशुओं को बीमारी से बचाने के लिए समय से राशन देना जरूरी है. उनकी रहने की जगह साफ भी रखना आवश्यक है. पशु चिकित्सक ने पशु पालकों को बताया कि इसके बावजूद अगर पशुओं को किसी भी प्रकार की दिक्कत होती है तो हमारे सारे पशु चिकित्सालय हमेशा खुले रहते हैं, जहां उनकी बीमारी से संबंधित सभी प्रकार की दवाएं उपलब्ध हैं. अगर किसी भी तरह की कोई भी परेशानी होती है, तो पशुपालक पशुओं को चिकित्सालय ला सकते हैं. साथ ही पशुपालक पशु चिकित्सकों को अपने घर बुलाकर भी अपने पशु का इलाज करा सकते हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.