प्रतापनगर: आधुनिक दौर में आज भी लोग सांप के काटने पर झाड़ फूक जैसे अंधविश्वास को अपनाते हैं. जो पीड़ित के जान पर बन आती है. ऐसा ही एक मामला प्रतापनगर के रोनिया गांव से सामने आया है, जहां एक महिला को सांप ने काट लिया, जिस पर परिजन झाड़-फूंक करते दिखाई दिए. थक हारकर जब महिला पर झाड़-फूंक का असर नहीं हुआ तो उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र चोन्ड़ में भर्ती किया गया. लेकिन वहां इंजेक्शन ने होने से कुछ देर में ही महिला ने दम तोड़ दिया.
प्रदेश के हॉस्पिटलों में बदइंतजामी किसी से छुपी नहीं है. स्थानीय लोगों का कहना है कि सीएचसी चोन्ड़ सेंटर सफेद हाथी साबित हो रहा है. जहां समुचित व्यवस्था न होने से हॉस्पिटल रेफर सेंटर बनकर रह गया है. वहीं प्रतापनगर के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र चोन्ड़ में सांप के जहर का एंडिडोट इंजेक्शन रहता तो महिला की जान बच सकती थी. जबकि परिजन इलाज से पहले झाड़ फूंक जैसे अंधविश्वास फार्मूले को इजात करते दिखाई दिए.
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जब महिला पर झाड़-फूंक का असर नहीं हुआ तो उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र चोन्ड़ में भर्ती किया गया. लेकिन वहां इंजेक्शन ने होने से कुछ देर में ही महिला ने दम तोड़ दिया. ऐसे में सवाल उठता है कि कब लोग इस तरह के अधंविश्वास से बाहर निकलेंगे, जो लोगों की जान पर भारी पड़ जाती है.