टिहरी: नरेंद्र नगर तहसील सभागार में लॉकडाउन के बाद से पहली बार तहसील दिवस का आयोजन किया गया. ऐसे में बुधवार को सबसे खास बात ये रही कि इस पहले जितने भी तहसील दिवस आयोजित हुए उनमें से आज अधिकारियों की सबसे अधिक उपस्थिति रही. मगर, चौंकाने वाली बात ये है कि इस मौके पर एक भी फरियादी तहसील परिसर नहीं पहुंचा.
कोरोना संक्रमण के चलते उत्तराखंड में भी लॉकडाउन लगाया गया था. ऐसे में निजी से लेकर सरकारी कार्यक्रमों को स्थगित कर दिया गया. वहीं, स्थिति नियंत्रण में देख धीरे-धीरे प्रदेश में लॉकडाउन हटाया गया और अनलॉक की प्रक्रिया शुरू की गई. लिहाजा, कोरोना काल में पहली बार नरेंद्र नगर में तहसील दिवस का आयोजन किया गया. जिसमें अच्छी खासी तादाद में सभी अधिकारी उपस्थित रहे.
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वहीं, सबसे हैरानी की बात ये रही कि तहसील दिवस में फरियादी नदारद रहे और इस मौके पर एक भी फरियादी ने नहीं पहुंचा. लगता है कि लॉकडाउन के बाद फरियादी तहसील दिवस जैसे कार्यक्रम भूल ही गये हैं. इस मौके पर उपजिलाधिकारी युक्ता मिश्रा ने तहसील दिवस में उपस्थित अधिकारियों से उनके विभागों की विस्तृत जानकारी ली.
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साथ ही उपजिलाधिकारी ने पुरानी लंबित समस्याओं को हल करने, मतदाता सूची का पुनरीक्षण करने व क्यूआरटी के अंतर्गत बैठकों में उपस्थित रहने के निर्देश अधिकारियों को दिए.